Tuesday, September 23

एमपी के इस बड़े शहर का पानी बना जहर, जांच में मिला बैक्टीरिया, टीडीएस और नाइट्रेट

के एक बड़े शहर का पानी अब जहर बनता जा रहा है। इस शहर में 23 लाख से ज्यादा आबादी निवास करती है। ऐसे में दूषित पानी(Contaminated Water) लोगों के सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। बता दें कि, ये शहर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल है, जहां के अरेरा कॉलोनी, हमीदिया रोड सहित आसपास की पॉश कॉलोनियों के भूजल में सीवेज का पानी मिल रहा है। जांच में पानी में बैक्टीरिया और नाइट्रेट मिले हैं।

केन्द्रीय भू-जल प्राधिकरण और मप्र प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार पानी दूषित होने की वजह पुरानी सीवेज लाइन और तालाब में अनट्रीटेट वाटर छोडना है। शहर के उन इलाकों जहां बहुमंजिला इमारतें और आलीशान मकान वहां का भूजल पीने के लायक नहीं हैं। यहां के पानी में खतरनाक बैक्टीरिया मिले हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) ने अरेरा कॉलोनी स्थित पर्यावरण परिसर और पुराना शहर स्थित इब्राहिमगंज में भूजल के नमूने लिए थे। जांच रिपोर्ट में जो बैक्टीरिया मिले हैं वे सीवेज के कारण पनपते हैं। पानी में नाइट्रेट और भारी धातुएं (लोहा और मैंगनीज) भी तय सीमा से अधिक पायी गयी हैं।

केन्द्रीय भूजल प्राधिकरण ने भूजल स्तर की जांच के लिए शहर में 83 स्थानों के नमूने लिए। जिसमें भूजल में गिरावट पाई गयी है।

राजधानी के कई इलाकों के ग्राउंड वॉटर की जांच की गई है। पीसीबी समय-समय पर नमूने लेता रहता है। इसमें पानी में अशुद्धि पाई गई है। ये शहर के सभी इलाकों में है