
छत्तीसगढ़ से इस वक्त की बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। खबर है छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर पर ED की टीम ने दबिश दी है। ईडी की छापेमारी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। बता दें कि इससे पहले ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम ने बस्तर के तीन अफसरों के 15 ठिकानों पर एक साथ रविवार की सुबह छह बजे छापा मारा।
मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी ने छापेमारी की है। उनके भिलाई-3 पदुम नगर स्थित घर पर सोमवार सुबह चार गाड़ियों में टीम पहुंची है। मौके पर पहुंची टीम दस्तावेज खंगाले रही हैं। बताया जा रहा है कि, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में जांच करने ईडी की टीम आई है।
जानिए क्या है कोयला घोटाला?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ में छापेमारी कर 570 करोड़ रुपए जब्त किए। प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दौरान पता चला कि ये मामला अवैध कोयला लेवी वसूली का था। ईडी का मानना है कि खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक आईएएस समीर बिश्नोई ने 15 जुलाई 2020 को व्यापारियों से वसूली के इरादे से कोल परिवहन में ऑनलाइन परमिट को ऑफलाइन करने का आदेश जारी किया था।
इस घोटाले में IAS रानू साहू के अलावा IAS समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, जेडी माइनिंग एसएस नाग और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया गया। कोल परिवहन में कोयला एजेंसियों से प्रति टन 25 रुपए कमीशन वसूलने का आरोप है। ये वसूली सिंडीकेट करता था, सिंडिकेट के लोगों के नाम पर ही FIR हुई है।