Monday, September 22

इंग्‍लैंड का सूपड़ा साफ करने के बाद गदगद हुए रोहित शर्मा तो बटलर ने इनके सिर फोड़ा हार का ठीकरा

रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत ने वनडे सीरीज 3-0 से जीतकर इंग्‍लैंड का सूपड़ा साफ कर दिया है। बुधवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्‍टेडियम में खेले गए सीरीज के आखिरी वनडे में भारत ने पहले बल्‍लेबाजी करते हुए इंग्लिश टीम के सामने 357 रन का विशाल लक्ष्‍य रखा। इसके जवाब में इंग्‍लैंड की पूरी टीम महज 256 रन पर ढेर हो गई और भारत ने 142 रन से शानदार जीत दर्ज की। मैच हारने के बाद बटलर ने जहां मध्‍यक्रम की बल्‍लेबाजी को हार का कारण बतया तो वहीं रोहित शर्मा बेहद खुश नजर आए। मैच के बाद उन्‍होंने कहा जिस तरह से ये सीरीज आगे बढ़ी उससे बहुत खुश हैं, लेकिन हम जानते थे कि हमें चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

खुद के आउट होने पर ये कहा

रोहित ने वहीं, खुद एक रन बनाकर आउट होने पर कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं कर सकता था। गेंदबाज को श्रेय दिया जाना चाहिए और गेंदबाज आपको आउट करने के लिए होता है और आप बल्लेबाज के रूप में उसे चुनौती देने के लिए होते हैं। इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हमने इस सीरीज में कुछ गलत किया। 

‘हम कुछ चीजों पर ध्यान दे रहे हैं’

उन्‍होंने आगे कहा कि जाहिर है कि कुछ चीजें हैं, जिन पर हम ध्यान दे रहे हैं (सुधार करने के लिए) और मैं यहां खड़े होकर उन्हें समझाने नहीं जा रहा हूं। टीम के भीतर कुछ स्थिरता बनाए रखना भी हमारा काम है और संवाद स्पष्ट है। कोई भी चैंपियन टीम हर मैच में बेहतर प्रदर्शन करना चाहती है और वहां से आगे बढ़ना चाहती है। टीम में थोड़ी स्वतंत्रता है कि आप वहां जाकर अपनी मर्जी से खेल सकते हैं। विश्व कप इसका एक आदर्श उदाहरण था और हम ऐसा करना जारी रखना चाहते हैं। कई बार ऐसा होगा कि सब कुछ ठीक नहीं होगा, लेकिन कोई बात नहीं।

हमें लंबे समय तक बल्लेबाजी का तरीका खोजना होगा – बटलर

वहीं, इंग्‍लैंड के कप्‍तान जोस बटलर ने कहा कि हमें एक शानदार टीम ने मात दी है। हमारा दृष्टिकोण (बल्लेबाजी के साथ) सही है, बस हम इसे अच्छी तरह से लागू नहीं कर पाए। उन्होंने बोर्ड पर शानदार स्कोर बनाया। शुभमन ने शानदार पारी खेली। हमने फिर से शानदार शुरुआत की, लेकिन हमारे लिए फिर से जानी-पहचानी कहानी रही। हमें लंबे समय तक बल्लेबाजी करने का तरीका खोजने की जरूरत है। हमारा मुकाबला एक बहुत अच्छी टीम से था, जो लगातार चुनौती देती रहती है।