Monday, September 22

52 किलो सोना किसका? राजदार शरद ने खोला राज

करोड़ों की काली कमाई के मामले में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा, राजदार चेतन सिंह गौड़ और शरद जायसवाल से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को बंद कमरे में पूछताछ की। 42 सवालों की सूची लेकर ईडी अफसरों ने तीनों से पूछा कि मेंडोरी में चेतन की कार से जो 52 किलो सोना और 11 करोड़ नकदी जब्त हुई, वह किसकी है? अफसरों ने सौरभ के घर से मिले चल संपत्ति के दस्तावेज के बारे में भी पूछा। तीनों ने लोकायुक्त की तरह ही ईडी को भी रटे-रटाए जवाब दिए। शरद ने कहा, मेरा कुछ नहीं है। सब सौरभ का है। चेतन ने कहा, मेरा कुछ नहीं, जबकि सौरभ ने कहा, मेरा नहीं है, कोई संपत्ति मेरे नाम नहीं है। ईडी तीनों से खास राज नहीं उगलवा सकी। तीनों से अब पांच दिन की रिमांड में और सवालजवाब किए जाएंगे।

बता दें, मंगलवार को ही ईडी ने जिला कोर्ट से तीनों को 6 दिन की रिमांड पर लिया है। आयकर और लोकायुक्त की छापेमारी में मिली संपत्तियों के मालिकाना हक को लेकर तीनों से लोकायुक्त पूछताछ कर चुकी है। लेकिन तीनों ने राज नहीं उगले। अब ईडी पूछताछ कर रही है। बता दें, ईडी केंद्रीय जेल में भी तीन दिन पूछताछ कर चुकी है। ईडी ने जेपी अस्पताल में तीनों का रूटीन मेडिकल चेकअप भी कराया।

रजिस्ट्री कार्यालय में खंगाल रही दस्तावेज

ईडी अफसर तीनों से पूछताछ के साथ ही जब्त दस्तावेज और संपत्ति के आधार पर पंजीयन विभाग में भी रिकॉर्ड खंगाल रही है। जिला रजिस्ट्री कार्यालय से लेकर पूरे पंजीयन विभाग में रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। बता दें, ग्वालियर में सौरभ, उसकी मां उमा शर्मा और पत्नी दिव्या तिवारी के नाम भी कुछ बैंक खाते, संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे। भोपाल में भी दिव्या के नाम जमीन मिली थी।

मिलने पहुंचा परिवार, अफसरों ने लौटाया

सौरभ और शरद जायसवाल के वकीलों ने रिमांड में परिवार वालों के मिलने की अनुमति मांगी है। उन्होंने मंगलवार को कोर्ट में इसके लिए आवेदन भी लगाया था। बुधवार को कोर्ट की छुट्टी होने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। बुधवार को सौरभ शर्मा की मां उमा शर्मा, चेतन गौड़ के वकील सहित शरद और चेतन के परिजन ईडी कार्यालय पहुंचे थे। अफसरों ने तीनों के परिजन को मिलवाने से मना कर दिया।