Monday, September 22

पीएम मोदी ने पुलिस बल के कार्यभार को कम करने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग का आह्वान किया और सुझाव दिया कि संसाधनों के आवंटन के लिए पुलिस स्टेशनों को केन्द्र बिन्दु बनाया जाना चाहिए।

पुलिस महानिदेशकों/महानिरीक्षकों के 59वें अखिल भारतीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने अधिकारियों को चुनौतियों को अवसरों में बदलने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और आकांक्षी भारत की दोहरी शक्ति का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने पुलिस बल के कार्यभार को कम करने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग का आह्वान किया और सुझाव दिया कि संसाधनों के आवंटन के लिए पुलिस स्टेशनों को केन्द्र बिन्दु बनाया जाना चाहिए।

उन्होंने पुलिस बलों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यों में अधिक रणनीतिक, सतर्क, अनुकूलनीय, विश्वसनीय और पारदर्शी बनें। पीएम मोदी ने डिजिटल धोखाधड़ी, साइबर अपराध और संबंधों को बाधित करने के लिए डीपफेक की क्षमता से उत्पन्न बढ़ते खतरों पर भी चिंता व्यक्त की। साथ ही डिजिटल धोखाधड़ी, साइबर अपराध और एआई प्रौद्योगिकी से उत्पन्न संभावित खतरों के प्रतिकार के उपाय के रूप में पीएम मोदी ने पुलिस नेतृत्व से भारत की कृत्रिम बुद्धिमत्ता और आकांक्षी भारत की दोहरी एआई शक्ति का उपयोग करके चुनौती को अवसर में बदलने का आह्वान किया।

शहरी पुलिस व्यवस्था में उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि प्रत्येक पहल को एकत्रित किया जाए और देश के 100 शहरों में पूरी तरह से लागू किया जाए। उन्होंने स्मार्ट पुलिसिंग के मंत्र का विस्तार किया और पुलिस से रणनीतिक, सतर्क, अनुकूलनीय, विश्वसनीय और पारदर्शी बनने का आह्वान किया।