Tuesday, September 23

स्वाभाविक नेता के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम रेस में सबसे आगे है।

महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति की प्रचंड विजय के बावजूद फिलहाल मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला नहीं हो पाया है। जानकार सूत्रों के अनुसार भाजपा ने अंदरखाने यह निर्णय किया है कि इस बार मुख्यमंत्री उनका ही होगा। स्वाभाविक नेता के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम रेस में सबसे आगे है। भाजपा ने सहयोगी शिवसेना और एनसीपी के लिए पहले की तरह दो डिप्टी सीएम का फार्मूला तय किया है। सरकार गठन के फार्मूले पर सहयोगियों से चर्चा और उन्हें भरोसे में लेने के लिए फडणवीस के साथ मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे तथा एनसीपी प्रमुख अजित पवार को रविवार रात दिल्ली बुलाया गया है। तीनों नेताओं की गृह मंत्री अमित शाह सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ चर्चा होगी। उधर, मुंबई में रविवार को एनसीपी विधायक दल की बैठक में पवार को नेता चुना गया वहीं शिवसेना ने महायुति में बातचीत व नेता पद चयन के लिए सीएम शिंदे को अधिकृत किया है। भाजपा विधायक दल की बैठक अभी नहीं हुई है। सूत्रों का कहना है कि सरकार के गठन के फार्मूलों पर चर्चा और सहमति के बाद ही भाजपा और महायुति विधायक दल की बैठक होगी।

चुनाव में बड़ी जीत के बाद महायुति के नेताओं की ओर से यही कहा जा रहा है कि सीएम का फैसला तीनों दलों के नेता मिल-बैठ कर लेंगे। रविवार को भी महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने यही बात दोहराई लेकिन शिवसेना नेता इस बारे में चुप्पी साधे हुए हैं। एनसीपी के नेता छगन भुजबल ने जरूर कहा कि फडणवीस सीएम बनतें हैं तो उनकी पार्टी को कोई ऐतराज नहीं है। भाजपा की ओर से देवेंद्र फडणवीस सीएम होंगे और शिवसेना व एनसीपी को डिप्टी सीएम पद ऑफर होगा। यदि एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम पद के लिए सहज नहीं हाेंगे तो वे अपने सांसद पुत्र श्रीकांत शिंदे को आगे कर सकते हैं। इससे एकनाथ शिंदे राज्य की राजनीति में बेटे को स्थापित करने का दांव चल सकते हैं।