नईदिल्ली। रामविलास पासवान की पार्टी से गठबंधन के बाद और नरेंद्र मोदी की रैली से पहले बिहार के भाजपाई जहां जोश में दिख रहे हैं, वहीं कर्नाटक में पार्टी के अंदर दरार के संकेत मिल रहे हैं। कर्नाटक में बेंगलुरू नॉर्थ, मेसूर, उडुपी-चिकमंगलूर, शिमोगा और टुमकुर ऐसे लोकसभा क्षेत्र हैं, जहां से उम्मीदवार तय करने में भाजपा के पसीने छूट रहे हैं। इन सीटों पर कई दिग्गज नेताओं की नजर है। इसलिए इन पर टिकट तय नहीं हो पा रहा है। बेंगलुरू नार्थ सीट पर पूर्व उप मुख्यमंत्री आर अशोक, पूर्व मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा, मौजूदा सांसद डीबी चंद्र गौड़ा जैसे नेताओं की नजर है। हाल ही में दोबारा भाजपा में आए पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी इस सीट पर अपने किसी करीबी को चुनाव लड़वाना चाहते हैं।
उधर नरेंद्र मोदी की सीट को लेकर भी रार की खबरें आ रही हैं। पार्टी उन्हें वाराणसी से लड़ाना चाहती है, लेकिन बताया जा रहा है कि मुरली मनोहर जोशी इस सीट को छोडऩे के लिए तैयार नहीं हैं। हालांकि इस बारे में पार्टी कुछ नहीं बता रही है। भाजपा ने 54 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। दो दिन पहले भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अल्पसंख्यकों, खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को भाजपा के प्रति भरोसा रखने का आग्रह किया था। पार्टी ने इस दिशा में कदम बढ़ा लिए। लोकसभा प्रत्याशियों की पहली सूची में दो मुस्लिम और एक ईसाई प्रत्याशी का नाम है। साथ ही अनुसूचित जाति के दो और अनुसूचित जनजाति के 3 लोगों को भी उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला से गुलाम मोहम्मद मीर और अनंतनाग से मुश्ताक अहमद मलिक को प्रत्याशी घोषित किया है जबकि पश्चिम बंगाल के हावड़ा से फिल्म अभिनेता जॉर्ज बाकर को प्रत्याशी बनाकर ईसाई समुदाय के लोगों को भी आकर्षित करने की कोशिश की हे। पहली सूची में चार प्रमुख लोगों को भी प्रत्याशी बनाया गया है। नितिन गडकरी को नागपुर से, गोपीनाथ मुंडे को बीड से, शांताकुमार को कांगड़ा से और अनुराग ठाकुर को हमीरपुर से प्रत्याशी घोषित किया गया है।
भाजपा के हुए पासवान: रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति का भाजपा से गठजोड़ हो गया। दिनभर की मशक्कत के बाद गुरूवार रात दस बजे भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के घर पर गठबंधन की घोषणा की गई। बिहार में दोनों दलों के बीच सीटों का बंटवारा भी हो गया है।