हाल ही में हुए ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में इस बारे में मंथन किया गया है। दुनियाभर में फिनटेक के आंकड़े भी इसी के जरिए जारी किए गए। इसमें विश्व में नंबर वन पर अमरीका है, दूसरे स्थान पर यूके और भारत का स्थान तीसरा आता है। यूपीआई पेमेंट की बढ़ती आदत ने भारत का स्थान मजबूत किया है। इसके अलावा फाइनेंस और टेक्नोलॉजी जो कि अब तक अलग-अलग क्षेत्र में थी और दोनों में ही भारत की प्रतिभा पूरी दुनिया में लोहा मनवाती है, जब शामिल हुई तो फिनटेक में भारत बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है।
फाइनेंस को जब टेक्नोलॉजी से जोड़ कर नवाचार किया जाता है, तो उसे फिनटेक श्रेणी में रखा जाता है। डिजिटल पेमेंट कंपनियां इसका एक उदाहरण हैं। इसके अलावा इंश्योरेंस और अन्य सेक्टर में भी फिनटेक तेजी से बढ़ रहा है।
जोधपुर में 672 करोड़ की लागत से फिनटेक इंस्टीट्यूट 92 बीघा में नागौर रोड पर बन रहा है। अगले साल तक यह पूरी तरह से वर्किंग में आ सकता है। इसमें चार स्कूल संचालित होंगे। इसमें स्कूल ऑफ फाइनेंशियल इंफॉर्मेशन सिस्टम, स्कूल ऑफ फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स, टेक्नोलॉजी एंड मार्केट, स्कूल ऑफ फाइनेंशियल सिस्टम एंड एनालिटिक्स, स्कूल ऑफ फिनटेक इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योर शामिल हैं।