Friday, September 26

अक्षय ऊर्जा शॉप योजना संचालन में मप्र बना नंबर वन

भोपाल। मध्यप्रदेश में बिजली की मांग तथा आपूर्ति के बीच के अंतर को कम करने के लिए गांव-गांव तथा आमजन तक अक्षय ऊर्जा के उपयोग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश ऐसा प्रथम राज्य है जहां विकास खंड स्तर पर अक्षय ऊर्जा शॉप संचालित की जा रही है। यह योजना देश के किसी अन्य राज्य में विकास खुड स्तर पर क्रियान्वित नहीं है। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा तीन वर्ष पूर्व राज्यों में जिला स्तर पर निजी अक्षय ऊर्जा शुरू की गई थी। अक्षय ऊर्जा संयंत्रों एवं ऊर्जा दक्ष उत्पादों के प्रचार-प्रसार विपणन व संयत्रों उत्पादों के रखरखाव को दृष्टिगत रखते हुए मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा प्रदेश के 313 विकास खंड में निजी अक्षय ऊर्जा शॉप स्थापित की जा रही है। विकास खंड स्तरीय अक्षय ऊर्जा शॉप्स के अलावा सात संभागस्तरीय जिलों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सागर, रीवा का आकार एवं जनसंख्या अधिक होने से ज्यादा शॉप स्वीकृत की गई है। इन जिलों में 15 अतिरिक्त शॉप संचालित की जा रही है। प्रदेश में विकास खंड स्तर पर अक्षय ऊर्जा शॉप खुलने से जहां अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में आमजन लाभान्वित हो रहे हैं, वहीं रोजगार की दिशा में यह एक प्रभावी कदम साबित हो रही है।
विकास खंड स्तर पर अक्षय शॉप्स संचालित होने पर ग्रामीणों एवं स्कूल कॉलेज के विद्यार्थियों को इस तकनीक के बारे में ज्ञान उपलब्धता और शिक्षित बेरोजगारों को स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने में मदद मिल रही है। अक्षय ऊर्जा शॉप्स सोलर स्ट्रीट लाइट, होम लाइट, सौर गर्म जलसंयंत्र, सोलर कुकर, लालटेन, टार्च, मोबाइल चार्जर, बायोमास कुक स्टोव्ह, एलईडी बल्ब, ट्यूब लाइट इत्यादि आसानी से अपलब्ध हो रहे हैं। प्रदेश में कुल 328 शॉप्स के लिए 267 शॉप्स चयनित हैं। भारत सरकार को सात शॉप्स को निरस्त कर पुन: चयनित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। शेष 54 शॉप्स के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं।