भोपाल। महिला सशक्तिकरण के लिए अब शौर्या दलों का गठन प्रदेश के प्रत्येक गांव और शहर के हर वार्ड में किया जाएगा। अब नए बनने वाले राशन कार्डों में परिवार के मुखिया के नाम की जगह परिवार की महिला का नाम होगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित शौर्या दलों के राज्य स्तरीय सम्मेलन में कही। इस मौके पर महिला एवं बाल विकास मंत्री माया सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित थे।
सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना होगा। मप्र में इस दिशा में प्रभावी पहल की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला स्व सहायता समूहों को मजबूत बनाएं। बेटा और बेटी में भेदभाव की भावना को बदलने के लिए मिलकर काम करना होगा। ऐसे समाज में बदलाव लाना होगा, जो भेदभाव करता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय और शिक्षकों की नियुक्ति में महिलाओं को 50 प्रतिश आरक्षण दिया गया है। शौर्या दल महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता लाए। गांवों को नशामुक्त बनाएं और महिलाओं को उनके कल्याण की योजनाओं के प्रति जागरूक करें। इस दौरान महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष प्रदेश के छह जिलों में शौर्या दलों का गठन किया गया था। इन दलों ने महिलाओं के प्रति भेदभाव को रोकने में प्रभावी काम किया है। अब इन दलों का गठन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। यूएन वूमन की डॉ. रेबेका रिचमेन ने कहा कि मप्र में महिला सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया गया है। पंचायतों में 15 लाख महिलाओं का चुनाव एक बड़ी सफलता है। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी, गांव की बेटी योजना और बेटी बचाओं अभियान जैसे सफल कार्यक्रम चलाए गए हैं। जेंडर आधारित बजट की पहल करने वाला मप्र देश का पहला राज्य है। कार्यक्रम में इंटरनेटर मीरा मिश्रा ने कहा कि शौर्या दल लोगों की मानसिकता बदलने के लिए बेहतर काम कर रहे हैं। यूपएनडीपी की डिप्टी कंट्री डायरेक्टर अलेक्जेन्ड्रा।