हाल के महीनों में कमर्शियल एयरलाइंस को प्रभावित करने वाली जीपीएस स्पूफिंग की घटनाओं में 400 फीसदी तक वृद्धि हुई है। यह एक प्रकार का डिजिटल हमला है, जो विमानों को उनके मार्ग से भटका सकता है। विमानन सलाहकार संस्था ओपीएस ग्रुप के अनुसार इस तरह के हमले में अब ‘समय को हैक’ करने की क्षमता आ गई है। ब्रिटिश साइबर सुरक्षा फर्म पेन टेस्ट पार्टनर्स के संस्थापक केन मुनरो ने लास वेगास में हैकिंग सम्मेलन में कहा कि हम जीपीएस को पोजीशन का स्रोत मानते हैं, लेकिन वास्तव में यह समय का स्रोत है।
अचानक दिखाने लगीं वर्षों आगे का समय
मुनरो ने बताया कि ऐसी रिपोर्ट मिल रही हैं कि स्पूफिंग की घटनाओं के दौरान हवाई जहाज में लगी घडिय़ां अजीब हरकतें करने लगती हैं। हाल ही एक प्रमुख पश्चिमी एयरलाइन के विमान की घडिय़ां जीपीएस स्पूफिंग से अचानक वर्षों आगे का समय दिखाने लगीं। इससे विमान की डिजिटल रूप से एन्क्रिप्टेड संचार प्रणाली ठप हो गई। विमान कई हफ्तों तक उड़ान नहीं भर पाया।