मध्य प्रश में मानसून की बारिश का दौर जारी है। कई इलाकों में भले ही लोग सीजन की अच्छी बारिश के लिए तरस रहे हैं, लेकिन कई इलाकों में पानी का सैलाब आया और एक झटके में सात गांवों के कई घरों को अपने साथ ले गया। बेघर हुए लोगों ने नेशनल हाइवे पर चक्का जाम कर दिया।
दरअसल अशोकनगर में कई गांवों के बीच से बह रही सिंध और बेतवा नदी की साओवरफ्लो होकर अपना रास्ता बदल चुकी हैं। अपना रौद्र रूप दिखाती ये दोनों ही नदियां आसपास के 7 गांवों से रास्ता बनाती हुई बह रही हैं। हालात ये हैं कि गदूली गांव में रजक समाज के सभी लोगों के मकान नदियों के बहाव में बह गए। बेघर होने से गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे 346ए पर चक्का जाम कर दिया है। यहां चार घंटे से आवाजाही बंद है।
अचानक आया नदी का पानी
ओवरफ्लो हुआ नदी का पानी 7 गांवों में कहर बरपा गया। इन सात गांवों में कई घरों में पानी भर गया है। नदी के प्रवाह में घरों का सामान भी बहता जा रहा है। गदूली गांव के हाजी निसार मोहम्मद के मकान में अचानक पानी आया और पानी के तेज बहाव से घर की दीवार टूट गई। जिससे कमरे में रखा 40 क्विंटल से ज्यादा गेहूं, एक क्विंटल आटा, चार गैस सिलेंडर और एक फ्रिज बह गया। इसके साथ ही उनकी किचन का भी पूरा सामान नदी के तेज बहाव के साथ बह गया।
रजक समाज के सभी घर डूबे
उधर गदूली गांव में रजक समाज के सभी घर डूब गए। बेघर हुए ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे 346ए पर चक्काजाम कर दिया। जिससे यहां चार घंटे से आवाजाही बंद है।
जारोली बुजुर्ग गांव में घरों में पानी भरने से बेहाल परिवार, बह रहा सामान
उधर अशोक नगर के जारोली बुजुर्ग गांव में भी हालात बदतर हैं। यहां घरों में नहीं नदी में रहने को मजबूर हुए लोग। घर का सामान नदी के प्रवाह में बह रहा है।
रेलवे ट्रैक डूबा, सड़क मार्ग बाधित होने से टूटा संपर्क
बीना-कोटा रेल लाइन पर जिले में पिपरई और गुन्हेरु रेलवे स्टेशन के बीच अंडरब्रिज पानी से फुल भर गया। इसके ऊपर बने ट्रेक पर भी भर गया। इसके कारण कई ट्रेन रोकनी पड़ीं। वहीं कई ट्रेन घंटों की देरी के बाद अब निकाली जा रहीं ट्रेन। पिपरई से गुन्हेरु बामोरी स्टेशन के बीच अंडरब्रिज में भर गई मिट्टी। वहीं मुंगावली-पिपरई सड़क मार्ग बंद होने से इन गांवों से संपर्क टूट गया है।