Monday, September 22

कई शुभ संयोग बन गए, अब 12 राशि वालों के लिए जरूरी हैं ये उपाय

इस बार देवशयनी एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, शुभ योग, शुक्ल योग, बुधादित्य योग और लक्ष्मी नारायण योग का शुभ संयोग बन रहा है।

देवशयनी एकादशी के साथ बुधवार से मांगलिक कार्यों पर चार माह के लिए रोक लग जाएगी। उदयातिथि के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत आज रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु के शयन में जाने की कथा प्रचलित है, जिसके अनुसार चार महीनों तक भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन करते हैं और कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को जागते हैं।

ज्योतिर्विद पंडित मोहनलाल द्विवेदी ने बताया कि देवशयनी एकादशी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इसे हरिशयनी एकादशी, पद्मा एकादशी या तुरी एकादशी भी कहते हैं। भगवान की शयन अवधि चातुर्मास में समस्त विवाह आदि मांगलिक कार्यों में विराम लग जाएगा। साधु संत एक जगह रहकर भजन कीर्तन प्रवचन आदि धार्मिक कार्य करेंगे।
इस बार देवशयनी एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, शुभ योग, शुक्ल योग, बुधादित्य योग और लक्ष्मी नारायण योग का शुभ संयोग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन शुभ योग में देवशयनी एकादशी पर राशि अनुसार उपाय किए जाएं तो भगवान लक्ष्मी नारायण की कृपा रहेगी।