Monday, September 22

बिहार में 16 दिन में 12वां पुल ढहा, 24 घंटे में गिर गए 3 ब्रिज, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

बारिश और नेपाल की नदियों से पानी के अत्यधिक प्रवाह के बीच बिहार के सारण में गुरुवार को एक और पुल गिर गया।

बारिश और नेपाल की नदियों से पानी के अत्यधिक प्रवाह के बीच बिहार के सारण में गुरुवार को एक और पुल गिर गया, जिससे करीब एक पखवाड़े में पुल ढहने की घटनाओं की कुल संख्या 10 हो गई है। इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो सप्ताह के भीतर बिहार में सभी निर्माणाधीन और पुराने पुलों की निरीक्षण रिपोर्ट मांगी है। गुरुवार को सरैया और सतुआ पंचायतों को जोड़ने वाला गंडकी नदी पर बना पुल गिर गया, जिससे 50 से अधिक गांव प्रभावित होंगे। इससे पहले बुधवार को बुधवार को अकेले सीवान में तीन छोटे पुल ढह गए। चौथी घटना में सारण के दमदासपुर में 150 साल पुराने पुल का एक हिस्सा ढह गया।

इस बीच, सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गए। भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने तत्कालीन डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव पर आरोप लगाया कि जब वे राज्य के सड़क निर्माण और भवन निर्माण मंत्री थे, तब उन्होंने पुल रखरखाव के लिए अच्छी नीति नहीं बनाई, जबकि तेजस्वी ने कहा कि यह ‘केतली के दूसरों को काला कहने’ जैसी बात है। तेजस्वी ने कहा, ‘महागठबंधन पिछले 20 वर्षों में से सिर्फ तीन वर्षों के लिए नीतीश कुमार का साझेदार था, बाकी सभी एनडीए के थे।’ उन्होंने घटनाओं की गहन जांच की मांग की।

नई दिल्ली। बिहार में पुल ढहने की लगातार घटनाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (पीआइएल) दायर की गई है। याचिका में राज्य सरकार से संपूर्ण संरचनात्मक ऑडिट करने तथा एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति गठित करने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिका के अनुसार ऐसी घटनाएं पुलों के बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और विश्वसनीयता के बारे में चिंता पैदा कर रही है, खासकर यह देखते हुए कि बिहार भारत में सबसे अधिक बाढ़-ग्रस्त राज्य है।