हाथरस हादसे की न्यायिक जांच के लिए गठित आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जज बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा, “गुरुवार से आयोग ने अपने काम की शुरुआत कर दी है। आयोग को जांच के लिए जो भी समय मिला है, उसमें हम जांच को खत्म करने की कोशिश करेंगे।”
2 महीने में आयोग सरकार को सौंपेगा रिपोर्ट
इस तरह से बृजेश श्रीवास्तव ने साफ कर दिया है कि आयोग पूरी घटना में मौके से तमाम साक्ष्य जुटाएगा। गुरुवार को आयोग ने हाथरस मामले में जांच के तहत बैठक कर ली है और इसके साथ ही जांच शुरू हो चुकी है। जांच टीम को महज दो महीने का समय दिया गया है और पूरी जांच करके रिपोर्ट सरकार को सौंपनी है।
इन बिदुंओं पर जांच करेगा आयोग
हाथरस के दुखद हादसे जैसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो, इसके लिए भी आयोग सुझाव देगा। हाथरस भगदड़ हादसे में हुई मौतों के लिए स्थानीय प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। जिस जगह हादसा हुआ, वहां 80 हजार लोगों के जुटने की इजाजत प्रशासन द्वारा दी गई थी, लेकिन मौजूद लोगों की संख्या दोगुने से भी ज्यादा बताई गई है। ऐसे में आयोग इस बात की भी जांच करेगा कि जिला प्रशासन ने आयोजकों को किन शर्तों पर इस कार्यक्रम को करने की अनुमति दी थी। साथ ही ये भी तय किया जाएगा कि हाथरस का मामला महज एक दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई सुनियोजित षड्यंत्र भी था।