Wednesday, September 24

3.29 करोड़ की एक नौकरी! कंपनी को सब्सिडी पर सवाल उठा कर पलटे कुमारस्वामी, जानिए पूरा मामला

केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कंपनियाें को ज्यादा सब्सिडी देने और उनसे कम रोजगार पैदा होने पर सवाल उठाया है। गुजरात में एक सेमीकंडक्टर कंपनी को करीब 16,000 करोड़ रुपए की सब्सिडी देने और बदले में 5000 लोगों को रोजगार देने का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक नौकरी करीब 3.20 करोड़ रुपए के बदले मिल रही है। हालांकि शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधन में कही इस बात से कुमारस्वामी शनिवार को पलट गए।

स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी बात काे गलत तरीके से पेश किया गया, उन्हाेंने गुजरात का नाम ही नहीं लिया। सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश लाना देश की रणनीति का हिस्सा है और देश को इसकी जरूरत है। उन्होंने कहा कि वे भविष्य में ज्यादा सतर्क रहेंगे। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री बनने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र मंड्या में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि देश में बेरोजगारी एक मुद्दा है। अभी वे मंत्रालय के कामकाज को समझ रहे हैं जिसमें करीब 15-20 दिन लगेंगे। बाद में मैं देश की प्रगति और राेजगार सृजन के लिए ईमानदारी से प्रयास करुंगा। उन्होंने कहा कि मैंने मंत्रालय के अधिकारियों से पूछा है कि एक सेमीकंडक्टर कंपनी के 2.75 बिलियन डॉलर के निवेश पर 70 फीसदी सब्सिडी और मात्र 5000 रोजगार सृजन कितना सही है? छोटे उद्योगों ने सैकड़ों लोगों को रोजगार दिया है। उन्हाेंने कहा कि वे देखेंगे कि कृषि क्षेत्र को उनके मंत्रालय से कैसे जोड़ा जा सकता है।

पीएम ने कहा था- फिर से सीएम बनिए

कुमारस्वामी ने कहा कि मार्च-अप्रेल 2019 में कांग्रेस के साथ गठबंधन में सीएम के रूप में वे प्रदेश के कुछ मुद्दों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी से मिले थे। तब पीएम ने कहा था कि अपने पिता का नाम एक तरफ रख इस्तीफा दीजिए और फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लीजिए। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान कोई भी मुझे हटा नहीं पाएगा। कुमारस्वामी ने कहा कि मोदी ने यह बात मेरे अच्छे काम की वजह से कही थी। मैंने उस समय प्रधानमंत्री की बात मान ली होती तो मेरे पार्टी कार्यकर्ताओं को पिछले कुछ सालों से संघर्ष नहीं करना पड़ता।

क्यों मिलती है सब्सिडी

दरअसल केंद्र और राज्य सरकारें निवेश करवाने और सेमीकंडक्टर निर्माण जैसे नए रणनीतिक उद्योगों की स्थापना के लिए सब्सिडी के रूप में जमीन, बिजली-पानी, टैक्स में छूट और वेतन पुनर्भरण जैसी सुविधाएं देती हैं। सब्सिडी के सहारे बड़े उद्योगों की स्थापना और उनके साथ अन्य सहायक उद्योग पनपने से रोजगार सृजन, निर्माण और निर्यात बढ़ता है। आर्थिक गतिविधियां बढ़ने से लोग समृद्ध होते हैं। सेमीकंडक्टर जैसे उद्योग ईवी निर्माण और रक्षा क्षेत्र के लिए अहम माने जाते हैं।