Tuesday, September 23

5 जून को ही क्यों मनाते हैं विश्व पर्यावरण दिवस?

पर्यावरण का अर्थ संपूर्ण प्राकृतिक से है जिसमें हम रहते हैं। इसमें हमारे चारों ओर के सभी जीवित और निर्जीव तत्व शामिल हैं, जैसे कि हवा, पानी, मिट्टी, जानवर, पेड़-पौधे और अन्य जीव-जंतु। हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) सेलिब्रेट किया जाता है। ये दिन इसलिए मनाया जाता है ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को प्रकृति से जुड़ी समस्याओं के बारे में जागरूक किया जा सके। साथ ही प्रकृति से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए कोई ठोस कदम उठाया जा सके।

पहली बार कब मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस

विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने का फैसला साल 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से स्टॉकहोम सम्मेलन में लिया गया था। इस सम्मेलन का थीम पर्यावरण संरक्षण था। इसके बाद से हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस सेलिब्रेट करने का निर्णय लिया गया। पहली बार यह खास दिन 5 जून, 1974 को मनाया गया। इस समय विश्व पर्यावरण दिवस की थीम एक पृथ्वी (One Earth) थी।

विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व

भारत सहित पूरे विश्व में प्रदूषण काफी तेजी से फैल रहा है। इस वजह से हमारी प्रकृति को काफ़ी नुकसान हो रहा है। प्रकृति को प्रदूषण से बचाने के लिए पर्यावरण दिवस को मनाया जाता है। इस दिन लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक किया जाता है और प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रेरित किया जाता है।

विश्व पर्यावरण दिवस 2024 की थीम

विश्व पर्यावरण दिवस 2024 की थीम Land Restoration, Desertification And Drought Resilience है। इस थीम का फोकस ‘हमारी भूमि’ नारे के तहत भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखे पर केंद्रित है। सऊदी अरब 2024 विश्व पर्यावरण दिवस वैश्विक समारोह की मेजबानी करेगा।