Friday, September 26

दक्षिण बंगाल के ऐतिहासिक शहर में रोचक होगा ‘खेल’ का नतीजा, जानिए TMC और BJP का समीकरण

पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम का जिक्र आते ही 2007 में भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन की याद आ जाती है। तब तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन शुरू किया। फिर ममता ने हुगली के सिंगूर में ऐसा भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन छेड़ा कि 34 साल से सत्ता में काबिज वामदल उखड़ गए। इसी नंदीग्राम में पिछले विधानसभा चुनाव में सीएम ममता को पूर्व साथी शुभेंदु अधिकारी से हार का स्वाद चखना पड़ा। दरअसल, तमलुक संसदीय क्षेत्र में ही नंदीग्राम विधानसभा सीट आती है। ऐतिहासिक शहर तमलुक में इस बार रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। तृणमूल ने युवा उम्मीदवार देवांशु भट्टाचार्य को मैदान में उतारा है। भाजपा ने कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय पर दांव खेला है। माकपा से अधिवक्ता सायन बनर्जी मैदान में हैं। तमलुक में फील्डिंग सज चुकी है। ‘खेला होबे’ फेम देवांशु का जोश चलेगा या पूर्व जज अभिजीत के शिक्षक भ्रष्टाचार संबंधित मामलों में दिए गए फैसले का असर होगा, यह तो यहां के मतदाताओं पर निर्भर है। 2019 के आम चुनाव में तृणमूल उम्मीदवार दिव्येंदु अधिकारी ने 7,24,433 वोट हासिल करते हुए 1,90,165 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। दिव्येंदु अधिकारी ने भाजपा के सिद्धार्थशंकर नस्कर को हराया, जिन्हें 5,34,268 वोट मिले थे।