Wednesday, September 24

वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए RSS ने संभाला मोर्चा, कांग्रेस ने भी शुरू की ‘स्पीकअप कैम्पेन’

कम मतदान प्रतिशत से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी चिंतित हैं। संघ जन जागरण अभियान चलाने जा रहा है। स्वयंसेवक घर-घर जाएंगे और प्रोजेक्टर पर राष्ट्रीय मुद्दों पर बात कर वोट का आग्रह करेंगे। 45 मिनट की जानकारी में पश्चिम बंगाल, केरल, कर्नाटक और अन्य राज्यों में हिन्दू समाज की स्थिति बताई जाएगी। राष्ट्रीय हित के कार्यों की जानकारी भी दी जाएगी, जिसमें अयोध्या में श्रीराम मंदिर व कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जिक्र होगा। इस दौरान एक प्रवक्ता मुद्दों पर बात करेंगे। नियमित लगती हैं सैकड़ों शाखाएं इंदौर में संघ का नेटवर्क मजबूत है। सैकड़ों शाखाएं नियमित लगती हैं। टोली बनाकर घर-घर संपर्क करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। शनिवार को संघ के अर्चना कार्यालय पर इस संबंध में बैठक बुलाकर चर्चा भी की गई थी।

कांग्रेस की स्पीकअप कैम्पेन शुरू

कांग्रेस भी सक्रिय हुई है। मतदाताओं से घर-घर संपर्क करते हुए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। पार्टी ने अब बूथ पर फोकस किया है। कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग ने 29 अप्रेल से स्पीकअप कैम्पेन शुरू कर दी है। यह कैम्पेन मतदान जागरूकता के लिए है। मतदाताओं को बताया जाएगा कि भाजपा संविधान से छेड़छाड़ कर आरक्षण समाप्त करना चाहती है। आरक्षण और संविधान बचाना जरूरी है। यह तभी संभव है जब हम ज्यादा से ज्यादा लोग कांग्रेस को वोट करेंगे। भाजपा को वोट किया तो आरक्षण समाप्त होना तय है इसलिए भाजपा 400 सीटों का नारा दे रही है। पार्टी ने आम मतदाताओं से आग्रह किया है वे एक मिनट का वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करते हुए हमें भेजें। पार्टी ने वाट्सऐप नंबर 917974737510 भी जारी किया है। कांग्रेस इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करेगी।

सबसे पहले अपना और परिवार का वोट

कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे सबसे पहले अपना वोट करें, फिर अपने परिजन का वोट डलवाएं। अपने बूथ और वार्ड के लोगों को भी प्रोत्साहित करें। पार्टी ने मण्डलम और सेक्टर स्तर तक संदेश भेजा है। प्रभारियों को भी जिम्मेदारी दी है।

अभी तक 21 सदस्यों के भरोसे थी भाजपा

चुनाव में अब मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक भी संभालेंगे बूथ भाजपा ने प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने की जिम्मेदारी अब तक 21 सदस्यों को दे रखी थी। अब यह जिम्मेदारी सीएम, मंत्री और विधायक समेत भाजपा के तमाम बड़े क्षेत्रीय नेताओं की होगी। ये सभी अपने- अपने क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले बूथों पर उतरेंगे। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि जिन सीटों पर वे रिकार्ड मतों से जीत हासिल करना चाहते हैं, वह लक्ष्य पूरा नहीं होगा। इसके देखते हुए अगले दो चरण के लिए पार्टी ने रणनीति में मामूली बदलाव किए हैं और इस मंशा से सभी को अवगत करा दिया है।

यह कवायद: बूथ स्तर पर 70+ नागरिकों को आयुष्मान योजना का लाभ दिलाने फॉर्म भरने की शुरुआत। नाराज नेताओं, कार्यकर्ताओं को वोटिंग के पहले मनाया जाएगा। जिन 21 सदस्यों को बूथ की जिम्मेदारी दी, उनसे टॉप नेतृत्व संवाद करेगा। हारी विस के प्रत्याशी, नेताओं को सक्रिय किया जाएगा।