प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक के बेलगावी और बेल्लारी में आयोजित चुनावी सभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के राजा-महाराजा वाले बयान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, शहजादे का कहना है कि भारत के राजा और महाराजा अत्याचारी थे। ये गरीबों की जमीन हड़प लेते थे। कांग्रेस के शहजादे ने छत्रपति महाराज और रानी चिनम्मा जैसे महान व्यक्तित्व का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शहजादे का बयान सोच-समझकर वोट बैंक की राजनीति करने के लिए दिया गया। शहजादे ने तो राजा-महाराजा को बुरा-भला कह दिया। लेकिन भारत के इतिहास में जो अत्याचार नवाबों ने किए, निजामों ने किए, सुल्तानों ने किए… उनकी बात पर तो शहजादे के मुंह पर ताला लग जाता है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस की तुष्टीकरण की मानसिकता अब खुलकर देश के सामने आ रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश की जनता के आंखों में धूल झोंक रही है? मोदी ने कहा कि भारत जब मजबूत होता है तो हर भारतीय खुश होता है लेकिन कांग्रेस देशहित से इतना दूर हो चुकी है कि उसे देश की उपलब्धियां अच्छी नहीं लगती। भारत की हर सफलता पर उन्हें शर्म आने लगी है। उन्होंने ईवीएम के बहाने पूरी दुनिया में भारत को बदनाम करने की कोशिश की।
PFI के बचाव का आरोप
मोदी ने कहा कि तुष्टिकरण ही कांग्रेस का लक्ष्य और मिशन है। राष्ट्रविरोधी संगठन पीएफआइ को हमारी सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था, कांग्रेस अपने राजनीतिक फायदे के लिए एक माध्यम के रूप में इसका इस्तेमाल कर रही है। वायनाड (राहुल गांधी की संसदीय सीट) में सिर्फ एक सीट जीतने के लिए कांग्रेस आतंकी संगठन का बचाव करने में जुटी है।
मोदी ने कहा कि तुष्टिकरण ही कांग्रेस का लक्ष्य और मिशन है। राष्ट्रविरोधी संगठन पीएफआइ को हमारी सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था, कांग्रेस अपने राजनीतिक फायदे के लिए एक माध्यम के रूप में इसका इस्तेमाल कर रही है। वायनाड (राहुल गांधी की संसदीय सीट) में सिर्फ एक सीट जीतने के लिए कांग्रेस आतंकी संगठन का बचाव करने में जुटी है।