Thursday, September 25

54 साल बाद आज लगेगा पूर्ण सूर्य ग्रहण, भारत में दिखेगा या नहीं

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण सोमवार, 8 अप्रैल 2024 यानी आज लगने वाला है। यह सूर्य ग्रहण वैज्ञानिक और धार्मिक दोनों रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। खगोल वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसा सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) पिछले 54 साल से नहीं लगा है। वहीं ज्योतिषविद चैत्र नवरात्रि के मौके पर लगने की वजह से इस सूर्य ग्रहण को खास मान रहे हैं। इस सूर्य ग्रहण को इतना खास क्यों बताया जा रहा है। साथ ही इस सूर्य ग्रहण में सूतक काल लागू होगा या नहीं। आइए जानते हैं..

सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है। ऐसे में सूर्य का प्रकाश सीधे पृथ्वी पर पड़ने की बजाए चंद्रमा पर पड़ता है। चंद्रमा की छाया कुछ समय के लिए पृथ्वी पर सूर्य के प्रकाश को रोक देती है। इसमें पृथ्वी पर दिन में रात जैसी अनुभूति होने लगती है, अंधकार छा जाता है। इस घटना को ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है।

सूर्य ग्रहण 2024 का समय

भारतीय समयानुसार साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण सोमवार, 8 अप्रैल की रात 9 बजकर 12 मिनट से लेकर 9 अप्रैल को देर रात 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। सूर्य ग्रहण की कुछ अवधि 05 घंटे 10 मिनट की होगी।

क्यों खास है ये सूर्य ग्रहण

पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमते हुए लगातार सूर्य की परिक्रमा करती रहती है। 8 अप्रैल 2024 को जब सूर्य ग्रहण लगेगा तो चंद्रमा 2400 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से सूरज के सामने से गुजरेगा। ऐसे में उत्तरी अमेरिका (US) में रहने वाले लोग पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा देख पाएंगे। बता दें कि धरती के इस हिस्से पर रहने वालों के लिए ये घटना 54 साल बाद होने जा रही है। इससे पहले ऐसा पूर्ण सूर्य ग्रहण वर्ष 1970 में देखा गया था। 2024 के बाद ऐसा पूर्ण सूर्य ग्रहण अब 2078 में देखा जा सकेगा।

सूर्य ग्रहण कहां-कहां दिखेगा?

8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण पश्चिमी यूरोप,आर्कटिक, पेसिफिक, अटलांटिक,मध्य अमेरिका, मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका (अलास्का को छोड़कर), कनाडा, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों में, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड में ही दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा।

भारत में लगेगा सूतक काल?

बता दें कि आमतौर पर सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक काल लागू हो जाता है। 8 अप्रैल का सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसी के चलते यहां सूतक काल के नियम भी मान्य नहीं होंगे। आप बेझझिक पूजा-पाठ कर सकते हैं। साथ ही खान-पान पर भी कोई पाबंदी नहीं होगी।