रंगपंचमी पर मध्य प्रदेश के इंदौर में निकलने वाली पारंपरिक गेर को यूनेस्को में शामिल करवाने के लिए पिछले कुछ वर्षो से लगातार कोशिशें की जा रही हैं। जिला प्रशासन द्वारा विगत वर्ष गेर को यूनेस्को में सांस्कृतिक धरोहर के रुप में दर्ज करवाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। पिछले साल यूनेस्को ने गुजरात के गरबे को सांस्कृतिक धरोहर केटेगिरी में शामिल कर लिया था। वहीं, यूनेस्को के नियमों पर गौर करें तो किसी भी देश की दो अलग अलग धरोहरों को लगातार दो साल तक धरोहर में शामिल नहीं किया जाता। यानी देश की किसी धरोहर को शामिल करने में कम से कम दो साल का गेप होना चाहिए।
इंदौर की गेर को यूनेस्को में शामिल करवाने का प्रस्ताव
गौरतलब है कि पिछले साल जिला प्रशासन ने संस्कृति मंत्रालय के जरिए इंदौर की गेर को यूनेस्को में शामिल करवाने का प्रस्ताव भेजा था। अब जिला प्रशासन द्वारा प्रदेश शासन के जरिए इस संबंध में पत्र संस्कृति मंत्रालय को भेजा जाएगा, ताकि अगले साल इंदौर की गेर को यूनेस्कों की धरोहर लिस्ट में शामिल करवाया जा सके।