लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने उनकी पार्टी को आर्थिक रूप से कमजोर करने का व्यवस्थित प्रयास किया है। यही आरोप वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भी लगाया।
सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस द्वारा लोगों से इकट्ठा किए गए पैसे को फ्रीज कर दिया गया है। इस चुनौतिपूर्ण स्थिति में भी हम अपना तरफ से प्रभावी चुनाव प्रचार के हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पैसे पर जानबूझकर हमला किया जा रहा है। यह अलोकतांत्रिक है।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड को गैरकानूनी और असंवैधानिक कहा है, उसी की मदद से मौजूदा सत्ताधारी दल ने हज़ारों करोड़ रुपए अपने अकाउंट में भर लिया है और दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है। जिससे हम पैसे के अभाव से बराबरी से चुनाव न लड़ पाएं।
राहुल गांधी ने भी लगाए आरोप
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए। किसी कोर्ट ने, चुनाव आयोग ने कुछ नहीं कहा, यहां कोई लोकतंत्र नहीं है। हमारे सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। हम अपना प्रचार कार्य नहीं कर सकते। हम अपने कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों का समर्थन नहीं कर सकते। हमारे नेता देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक यात्रा नहीं कर सकते। हम अपने विज्ञापन देने में असमर्थ हैं। ऐसा चुनाव प्रचार से दो महीने पहले किया जा रहा है। यह कांग्रेस पार्टी के खिलाफ पीएम और गृह मंत्री द्वारा की गई आपराधिक कार्रवाई है। चुनाव से पहले हमें पंगु बनाने के लिए यह साजिश रची जा रही है। देश में ऐसी संस्थाएं हैं जिनसे लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा करने की अपेक्षा की जाती है। कोई अदालत कुछ नहीं कह रही, चुनाव आयोग चुप है, कोई संस्था कुछ नहीं कह रही और मीडिया कुछ नहीं कह रहा। आज भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है भारत के लोगों से उनका संविधान और लोकतांत्रिक ढांचा छीना जा रहा है।