मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। शुक्रवार को विपक्ष के चार राज्यसभासासंदों ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को लेटर लिखकर स्मृति के मंत्रालय में दखल देने की मांग की है। ये सांसद हैं – कांग्रेस के राजीव शर्मा, जेडीयू के के. सी. त्यागी, सीपीएम के डी. राजा और एनसीपी के डी. पी. त्रिपाठी। इन्होंने देश के प्रीमियम इंस्टिट्यूशंस की इमेज गिराए जाने की बात करते हुए ईरानी का विभाग बदलने की मांग की है।
विपक्ष के आरोप: लेटर में इन सांसदों ने तक्षशिला और नालंदा के सुनहरे गौरव का हवाला देते हुए कहा कि पिछले कुछ समय में देश के कुछ प्रीमियिम संस्थानों की स्वायत्तता पर सोचे-समझे तरीके से चोट की गई। आईआईटी जैसे संस्थानों व केंद्रीय यूनिवर्सिटीज के प्रमुख पदों पर बैठे व्यक्तियों और उनके सिलेक्शन के लिए जिम्मेदार कमिटियों को परेशान किया जा रहा है। हायर एजुकेशन के क्षेत्र में आरएसएस के बढ़ते हस्तक्षेप को लेकर भी गहरी चिंता जाहिर की गई है।