पाकिस्तान ने दिवाली से पहले गुजरात के लिए खास गिफ्ट भेजा है। 80 भारतीय मछुआरे कराची के कैंट रेलवे स्टेशन से लाहौर के लिए रवाना हो गए है। सभी मछुआरे दीपावली के दिन परिजनों के साथ त्योहार की खुशियां मनाएंगे।
गुजरात के समुद्र तटीय इलाके में बसा मछुआरा समाज इस बार दीपावली की खुशियां दोगुने उत्साह के साथ मनाएगा। पाकिस्तान से उनके लिए खास उपहार के तौर पर उनके परिजन कराची एक्सप्रेस में सवार होकर धनतेरस के मौके पर शुक्रवार को वाघा बॉर्डर पहुंच जाएगा। उपहार स्वरूप पाकिस्तान से रिहा 80 भारतीय मछुआरों को लेने के लिए गुजरात मत्स्य विभाग की टीम अटारी बॉर्डर पर पंजाब पुलिस व भारतीय सेना के साथ औपचारिक प्रक्रिया में गुरुवार देर शाम तक व्यस्त रही। पाकिस्तान से रिहा होकर भारत लौट रहे मछुआरों को हर बार की तरह इस बार भी एदी फाउंडेशन की ओर से रास्ते के लिए जरूरी खाने-पीने की सामग्री व कपड़े और दीपावली की भेंट-सौगात देकर गुरुवार सुबह कराची के कैंट रेलवे स्टेशन से कराची एक्सप्रेस में बिठाकर रवाना किया गया है।
सभी मछुआरे परिजनों के साथ मनाएंगे त्योहार की खुशियां
यह सभी मछुआरे करीब सवा हजार किलोमीटर की दूरी तय कर शुक्रवार दोपहर बाद तक लाहौर रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे। यहां से बाद में वे बस के माध्यम से वाघा बॉर्डर पहुंचाए जाएंगे। उधर, रिहा भारतीय मछुआरों को लेने के लिए गुजरात मत्स्य विभाग की टीम भी गुरुवार को पहले अमृतसर और बाद में अटारी बॉर्डर पहुंच गई। टीम में शामिल पोरबंदर मत्स्य विभाग के सहायक अधीक्षक परवेज भाई ने बताया कि सभी मछुआरों के वाघा बॉर्डर के लिए रवाना होने की जानकारी मिली है। इधर, अटारी बॉर्डर पर रिहा होकर लौट रहे मछुआरों से संबंधित दस्तावेजी प्रक्रिया पंजाब पुलिस व भारतीय सेना के साथ मिलकर पूरी की जा रही है। शुक्रवार को सुपुर्दगी के बाद सभी अमृतसर रेलवे स्टेशन से वडोदरा के लिए रवाना होंगे।
दीव के 3, बाकी 77 गुजरात के
पाकिस्तान से लौट रहे सभी 80 मछुआरे गुजरात के हैं। इनमें 3 केंद्रशासित प्रदेश दीव के हैं, जबकि सबसे ज्यादा गिरसोमनाथ जिले के 59 हैं। इनके अलावा देवभूमि द्वारका के 15, जामनगर के 1 और अमरेली जिले के 2 मछुआरे हैं। इनमें सबसे कम उम्र 15 साल का द्वारका तहसील के बेयत गांव का इरफान है, जबकि सर्वाधिक उम्र 67 वर्ष के उना तहसील में कोब गांव के भीमाभाई मजेठिया का नाम है।
सितंबर और नवंबर 2020 में पकड़े गए थे
सभी 80 मछुआरों को पाकिस्तान मरीन सिक्युरिटी एजेंसी ने वर्ष 2020 के सितंबर और नवंबर में अरबसागर में मत्स्याटन के दौरान पकड़ा था। रिहा होने वालों में 54 मछुआरे वे हैं, जिनको एक ही दिन 15 सितंबर 2020 को पकड़ा गया था। यह सब राजमोती, मत्स्यराज, देववंदना, रासबिहारी, राजमिलन, गंगासागर, दिव्यसागर, मीतसागर और वीर पालघर नामक नौ बोट में सवार थे।