Monday, October 20

बड़ी खबरः कांग्रेस-भाजपा में नाम तय, उम्मीदवारों की घोषणा आज और कल

विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा के टिकट दावेदारों की निगाहें दिल्ली पर टिकी हैं। बुधवार को दिल्ली में ही सियासी सरगर्मी रही। कांग्रेस केंद्रीय चुनाव अभियान समिति की बैठक दो चरणों में हुई। इन बैठकों में 86 सीटों पर विचार-विमर्श हुआ। पहली सूची में कांग्रेस ने 144 उम्मीदवार घोषित किए थे। इसमें से कुछ नामों पर विरोध है। ऐसे में दो सीटों पर टिकट बदलने के आसार हैं। कुछ नामों को लेकर पेंच भी हैं। कांग्रेस की दूसरी सूची गुरुवार को आने की संभावना है।

दूसरी ओर भाजपा में अभी एक दिन और सूची का इंतजार करना पड़ सकता है। भाजपा में बुधवार को ही दिल्ली में टिकटों को लेकर अनौपचारिक रूप से रणनीतिक मंथन चला, लेकिन भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक नहीं हुई। अब यह बैठक शुक्रवार को रखी गई है। इस बैठक के बाद ही सूची घोषित होने की प्रबल संभावना है। इस तरह कांग्रेस और भाजपा दोनों की सूचियां अगले एक-दो दिन में घोषित हो सकती हैं। दोनों ही पार्टियों ने कुछ सीटों को एक-दूसरे के प्रत्याशी के चेहरे के समीकरण के चलते रोक रखा है।

ये रहे मौजूद

राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्किार्जुन खरगे की अगुवाई में बुलाई गई बैठक में राहुल गांधी, सोनिया गांधी सहित केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला सहित पदाधिकारी मौजूद रहे।

इन सीटों पर सिंगल नाम सीट – संभावित

हुजूर – नरेश ज्ञानचंदानी
अंबाह – देवेंद्र सकवार
बहोरीबंद – सौरभ सिंह कटनी – मिथलेश जैन
सागर – निधि जैन
दमोह – अजय टंडन
कोतमा – सुनील सर्राफ
रतलाम – पारस सकलेचा

(कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक गुरुवार को फिर होगी। अंतिम मुहर लगने के बाद सूची जारी होने की संभावना है।)

भोपाल का मामला उलझा

भोपाल दक्षिण-पश्चिम एवं भोपाल उत्तर का मामला उलझा है। दक्षिण पश्चिम से पूर्व मंत्री पीसी शर्मा प्रबल दावेदार हैं। इसी सीट से संजीव सक्सेना भी दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में समीकरण उलझ गया है। उत्तर में मौजूदा विधायक आरिफ अकील बीमारी के चलते चुनाव नहीं लडऩा चाहते, बेटे और भाई को लेकर मामला उलझा है।

विरोध और नाराजगी के सुर, बदल सकती हैं सीटें, कट सकते हैं टिकट

भाजपा से कांग्रेस में आए अवधेश नायक को कांग्रेस ने दतिया से उम्मीदवार बनाया है। क्षेत्र में अवधेश का विरोध है। पिछोर विधायक केपी सिंह को शिवपुरी से टिकट दिया गया है, जबकि यहां से टिकट भाजपा से आए विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी चाहते हैं। कांग्रेस में शामिल होने के वक्त पार्टी ने वादा भी किया था। टिकट न मिलने से समर्थक नाराज हैं। ऐसे में केपी को वापस पिछोर से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। ऐसे में शिवपुरी सीट से रघुवंशी को मैदान में उतारा जाएगा। पिछोर से उम्मीदवार बनाए गए शैलेन्द्र सिंह का टिकट कट सकता है, जबकि मेहगांव विधानसभा सीट से दोबारा मंथन हो रहा है। यहां से राहुल भदौरिया को उम्मीदवार बनाया गया है। इनकी टिकट पर भी खतरा मंडराने लगा है।