मध्यप्रदेश सहित 5 राज्यों में अगले दो माह में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इसकी तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है। हाल ही में मध्यप्रदेश में चुनाव आयोग (election commission) की टीम दौरा कर चुकी है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी बुधवार 4 अक्टूबर को हो रहा है। इसे देखते हुए समझा जा रहा है कि 6 अक्टूबर से 9 अक्टूबर के बीच कभी भी आचार संहिता (Code of conduct) लग सकती है।
मध्यप्रदेश में दो माह बाद विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश में एक ही चरण में चुनाव संपन्न हो सकते हैं। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार का कार्यकाल 6 जनवरी को खत्म हो रहा है। प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस हैं। मध्यप्रदेश में आज बुधवार को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन हो रहा है। निर्वाचक नामावली के पुनरीक्षण का काम हो चुका है। चुनाव कार्य में भाग लेने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की लिस्ट बनने का काम भी अंतिम दौर में है। इनके लिए ट्रेनिंग की भी व्यवस्था की जाएगी।
2018 विधानसभा चुनाव के लिए भी 6 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान किया था। इसी के आधार पर कयास लग रहे हैं कि चुनाव आयोग 6 से 9 अक्टूबर के बीच कभी भी तारीखों का ऐलान कर सकता है। दो माह बाद मध्यप्रदेश के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं।
एक नजर में चुनाव
- मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 6 जनवरी 2024 को खत्म हो जाएगा।
- छत्तीसगढ़ में 3 जनवरी 2024 को कार्यकाल खत्म होगा।
- राजस्थान में 14 जनवरी 2024 से पहले सरकार बनना है।
- तेलंगाना में 16 जनवरी 2024 से पहले सरकार बनना है।
- मिजोरम में 17 दिसंबर 2023 तक नई सरकार को शपथ लेना है।
इधर, चुनाव आयोग ने शत प्रतिशत मतदान की भी तैयारी की है। जो बुजुर्ग या दिव्यांग व्यक्ति मतदान स्थलों तक नहीं पहुंच सकते, इसके लिए चुनाव आयोग उनके घरों तक पहुंच जाएगा और वहीं पर बूथ बनाकर मतदान करा सकेगा। मध्यप्रदेश में होने वाले चुनाव में 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा। मध्यप्रदेश में 5.52 करोड़ मतदाता हैं। इनके लिए 64,523 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। मध्यप्रदेश में ***** अनुपात की बात करें तो 936 है और प्रति मतदान केंद्र पर औसतन 843 मतदाता हैं। मध्यप्रदेश में 2.67 करोड़ महिला मतदाता हैं और राज्य भर मं कम से कम 5 हजार मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिलाएं करेंगी। 4.85 लाख दिव्यांगजन मतदाताओं और 80 साल से अधिक आयु के 7.12 लाख मतदाताओं और 100 साल से अधिक उम्र वाले 6,180 मतदाताओं के लिए घर पर ही वोट डालने की व्यवस्था की जाएगी।
स्लाट बुक हो सकेगा
इसके अलावा इस बार चुनाव आयोग ने नया एप भी डाउनलोड किया है जो कोविड के समय चलाए गए कोविन एप की तरह की मतदान स्थल का स्लाट बुक कर देगा। इससे मतदाता का समय बचेगा और लाइन से भी छुटकारा मिल जाएगा। इसके अलावा महिलाओं के लिए अलग से पिंक बूथ भी हर बार की तरह बनाए जाएंगे। हाल ही में एक कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने भी मतदाताओं से अपील की है कि वे इस बार शत प्रतिशत मतदान का कीर्तिमान बनाए।