सोमवार को संसद के विशेष सत्र का आगाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से हुआ। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में चंद्रयान 3 और जी 20 शिखर सम्मेलन की सफलता पर पूरे देशवासियों को बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री और मनमोहन सिंह की तारीफ की।
सरकारें आएंगी-जाएंगी…PM मोदी
पीएम मोदी ने पंडित नेहरू और अटली बिहारी वाजपेयी की तारीफ में कहा, “इस सदन में पंडित नेहरू की ‘एट द स्ट्रोक ऑफ द मिडनाइट’ की गूंज हमें प्रेरणा देती रहेगी। इसी सदन में अटल जी ने कहा था, “सरकारें आएंगी-जाएंगी, पार्टियाँ बनेंगी-बड़ी देंगी, लेकिन ये देश रहना चाहिए। यह बात आज भी सुनाई देती है।”
बिताए पलों को याद कर पीएम हुए भावुक
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी संसद में बिताए पलों को याद कर भावुक भी हुए। उन्होंने नम आंखों से कहा, “ इस सदन से विदाई लेना एक बेहद भावुक पल है, परिवार भी अगर पुराना घर छोड़कर नए घर जाता है तो बहुत सारी यादें उसे कुछ पल के लिए झकझोर देती है और हम यह सदन को छोड़कर जा रहे हैं तो हमारा मन मस्तिष्क भी उन भावनाओं से भरा हुआ है और अनेक यादों से भरा हुआ है। उत्सव-उमंग, खट्टे-मीठे पल, नोक-झोंक इन यादों के साथ जुड़ा है।”
संसद पर हमला हमारी जीवित आत्मा पर हमला था: PM
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में साल 2001 में हुए संसद पर आतंकी हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “ जब आतंकी(संसद भवन पर) हमला हुआ यह आतंकी हमला किसी इमारत पर नहीं बल्कि एक प्रकार से लोकतंत्र की जननी, हमारी जीवित आत्मा पर हमला था। उस घटना को देश कभी नहीं भूल सकता। मैं उन लोगों को भी नमन करता हूं जिन्होंने आतंकवादियों से लड़ते हुए संसद और उसके सभी सदस्यों की रक्षा के लिए अपने सीने पर गोलियां खाईं।”