एमपी में लगातार तेज बरसात के कारण हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। तीन दिनों से जारी बरसात के ताजा दौर के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। खासतौर पर मालवा निमाड़ अंचल में हालात बेहद खराब हैं। बारिश और बाढ़ के कारण 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इधर सीएम शिवराजसिंह ने देर रात मीटिंग लेकर अफसरों को बाढ़ से उत्पन्न हालातों से निपटने के निर्देश दिए।
एमपी में लगातार तेज बरसात के कारण हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। तीन दिनों से जारी बरसात के ताजा दौर के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। खासतौर पर मालवा निमाड़ अंचल में हालात बेहद खराब हैं। बारिश और बाढ़ के कारण 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इधर सीएम शिवराजसिंह ने देर रात मीटिंग लेकर अफसरों को बाढ़ से उत्पन्न हालातों से निपटने के निर्देश दिए।
एमपी में लगातार तीसरे दिन बरसात का दौर जारी है। शुक्रवार और शनिवार को प्रदेश भर में जोरदार बरसात हुई जिससे कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई। पूरा मालवा निमाड़ इलाका ऐसे हालात से जूझ रहा है। यहां तक कि इंदौर और उज्जैन में भी निचली बस्तियों में रेस्क्यू कर लोगों को निकालना पड़ा।
बड़वानी में दो बाढ़ प्रभावितों की मौत हो गई। बैतूल में भैंसई नदी में चार लोग पानी में बह गए थे जिनमें से दो के शव मिले जबकि दो अन्य की तलाश जारी है। इन्हें मिलाकर प्रदेशभर में बारिश और बाढ़ से 7 लोगों की मौत हो गई।
मालवा निमाड़ के इंदौर, उज्जैन के अलावा धार, बड़वानी, खरगोन, अलीराजपुर, खंडवा, बुरहानपुर आदि जिलों में भारी बारिश के कारण नदी नाले उफनाए जिससे बाढ़ आ गई। बुरहानपुर में ताप्ती, उज्जैन में शिप्रा और गंभीर, बड़वानी में नर्मदा में उफान आया है। धार में सबसे ज्यादा 7 इंच से ज्यादा बारिश हुई जिससे हालात बेकाबू हो गए।
उज्जैन में शिप्रा में बाढ़ से रामघाट डूब चुका है। यहां बीच शहर में सड़कों पर नाव चलाकर रेस्क्यू कर लोगों को निकालना पड़ा। इसी तरह इंदौर में भी जबर्दस्त बारिश से निचली बस्तियों में पानी भर गया। पुलिस और होमगार्ड के सैनिकों की मदद से निचली बस्तियों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।
इंदौर के राऊ में 21 लोग उफनती नदी में फंस गया जिन्हें रेस्क्यू कर निकाला गया। कई जगहों पर रेस्क्यू में देरी से लोगों में आक्रोश भी नजर आया।
बड़वानी में दो बाढ़ प्रभावितों की उस समय मौत हो गई जब रेस्क्यू में लगी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में 16 लोग घायल हो गए हैं जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया है। शनिवार रात को यह हादसा अंजड़ के पास हुआ जिसमें 12 साल के किशोर मनस्वी और 56 साल के शोभाराम पाटीदार की मौत हो गई। हादसे के बाद यहां लोग आक्रोशित हो उठे। एसपी पुनीत गेहलोद ने बताया कि नर्मदा में आई बाढ़ से बचाने के लिए लोगों से भरी बस पलट गई जिससे दो की मौत हो गई।
इधर सीएम शिवराजसिंह ने रात 1.30 बाढ़ के हालात जानने के लिए प्रदेशभर के कलेक्टर, एसपी को हड़काया। सीएम ने खासतौर पर बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, खंडवा, इंदौर के कलेक्टर, एसपी तथा इंदौर कमिश्नर से बात की और आवश्यक निर्देश दिए।
इस संबंध में उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा— अभी गुना से लौटकर मैंने रात्रि 1:30 बजे अत्यधिक वर्षा से प्रभावित जिलों की समीक्षा की। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। खरगोन, खंडवा, बड़वानी, धार और अलीराजपुर में लोगों को सतर्क किया गया है। #NDRF एवं #SDRF की टीमें राहत व बचाव कार्य में लगी हुई हैं। अगर जरूरत पड़ी तो सेना और एयरफोर्स की भी मदद ली जाएगी