कांग्रेस और तेलंगाना की सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ लोकसभा में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज से चर्चा शुरू होगी। तीन दिन तक चलने वाली बहस का जवाब गुरुवार को पीएम मोदी दें सकते हैं। चूंकि चंद महीने बाद लोकसभा चुनाव है और संख्याबल की दृष्टि से सरकार को कोई खतरा नहीं है, ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली चर्चा चुनावी होगी। राहुल गांधी को बहस की शुरुआत करने का मौका दे सकते हैं। अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिन चर्चा होगी। अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जवाब देंगे। पीएम मोदी मणिपुर हिंसा के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर भी अपनी बात रखेंगे।
लोकसभा में राहुल गांधी करेंगे बहस की शुरुआत
मोदी सरकार अपनी उपलब्धियां गिनाएगी। निशिकांत दुबे भाजपा की ओर से पहले वक्ता होंगे। वहीं, विपक्ष सरकार की खामियां गिना कर उसे कटघरे में खड़ा करने की कोशिश करेगी। प्रस्ताव पेश करने वाले गौरव गोगोई आसन से अपनी जगह राहुल गांधी को चर्चा की शुरुआत करने देने का अनुरोध करेंगे। आज दोपहर 12 बजे इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगा।
विपक्ष के इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगी
विपक्ष के नेता मुख्य रूप से मणिपुर हिंसा के बहाने महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा, केंद्रीय जांच एजेंसियों के राजनीतिक इस्तेमाल, विपक्षशासित राज्यों में राज्यपालों की राज्य सरकारों के खिलाफ नकारात्मक रवैया और देश में सांप्रदायिक सद्भाव के कथित तौर पर लगातार खराब होने के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी।
सरकार की ओर से दस सांसद लेंगे चर्चा में भाग
केंद्र सरकार की ओर से दस सांसद चर्चा में शामिल होंगे। इन सांसदों को क्षेत्र विशेष की उपलब्धियां गिनाने का निर्देश दिया गया है। यानी हर वक्ता मोदी सरकार के अलग-अलग क्षेत्र की उपलब्धियां गिनाएंगे। विपक्षी दल मणिपुर में जातीय हिंसा को लेकर संसद में प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं और इसके कारण 20 जुलाई से आरंभ हुआ संसद का मानसून सत्र हंगामेदार रहा है।
तीन दिन में 18 घंटे होगी बहस, पीएम मोदी 10 को देंगे जवाब
लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाये गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार (8 अगस्त) से बहस शुरू हो रही है। संसद में आज से तीन दिन 18 घंटे बहस होगी। वहीं, पीएम मोदी 10 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देंगे। वहीं, निशिकांत दुबे भाजपा की ओर से पहले वक्ता होंगे।
अविश्वास प्रस्ताव पर संख्या बल
अविश्वास प्रस्ताव पर संख्याबल की बात करें तो 545 सीटों वाली लोकसभा में बहुमत का आंकड़ा 272 है। एनडीए के सबसे प्रमुख घटक दल बीजेपी के पास ही अकेले 300 से अधिक सीटें हैं। वहीं कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के पास क़रीब 141 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। वहीं सहयोगी पार्टियों को जोड़ दें तो एनडीए के पास 329 सांसदों का समर्थन है।