
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, आज भी उन्होंने (प्रधानमंत्री) ERCP पर कोई घोषणा नहीं की। वह लोगों के मुद्दे नहीं उठा रहे हैं…विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है लेकिन उन्होंने मणिपुर के मुद्दे पर ‘मौन व्रत’ रखा है। हम सभी चाहते हैं कि इस पर चर्चा होनी चाहिए… केंद्र सरकार पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रही है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, विकास कार्यों पर बात करने के बजाय ऐसे राजनीतिक भाषण अधिक होंगे। सचिन पायलट ने कहा, भाजपा अफवाह फैलाने में मास्टर पार्टी है। आगामी चुनाव में पार्टी कई तरह की अफवाह फैलाकर आपस में लड़ाने का काम करेगी, लेकिन ऐसी अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहने की जरूरत है।
पीएम मोदी के सीकर दौरे पर सचिन पायलट ने साधा निशाना
राजस्थान में टोंक विधायक सचिन पायलट गुरुवार को अपने विधानसभा क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे। आज शुक्रवार को उनका दौरे का दूसरा दिन है। टोंक जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में नव नियुक्त जिलाध्यक्ष हरी प्रसाद बैरवा के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर सचिन पायलट ने पीएम मोदी के सीकर दौरे व भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
मणिपुर में अन्य दल की सरकार होती तो राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाता
सचिन पायलट ने कहा, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं। पीएम मुद्दों को छोड़कर राजनीति की बातें कर रहे हैं। मणिपुर में शांति और सौहार्द्र की बहाली को पहली जरूरत बताया। आगे कहा, अगर वहां किसी और दल की सरकार होती तो राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाता।
काम के आधार पर होता है कार्यकर्ता का सम्मान
बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा की लाल डायरी सचिन पायलट ने कोई उत्तर नहीं दिया। पायलट ने पार्टी की जीत का मूलमंत्र कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हाथ में होने की बात कही। एआईसीसी और पीसीसी ने टोंक का जिलाध्यक्ष दलित वर्ग से बना साबित कर दिया है कि यहां कार्यकर्ता का सम्मान उसके काम के आधार पर होता है।
इन मुद्दों पर बोलने से पायलट ने किया परहेज
सचिन पायलट पेपरलीक, आरपीएससी मामले और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ शांत रहे। उनका पूरा संबोधन कांग्रेस संगठन, प्रधानमंत्री मोदी के बार-बार हो रहे राजस्थान दौरों और मणिपुर में हो रही हिंसा पर ही केंद्रित रहा।
