दिल्ली में बाढ़ के बाद अब हालात धीरे-धीरे पटरी पर आ रहा है। यमुना के जलस्तर में लगातार गिरावट जारी है। रविवार दोपहर बाद 2 बजे यमुना का जलस्तर 205.78 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 205.33 मीटर से मात्र 45 सेंटीमीटर ऊपर है। इससे पहले दोपहर 12 बजे यमुना नदी का जलस्तर 205.91 मीटर पर रिकॉर्ड किया गया था। जबकि शनिवार शाम करीब आठ बजे यमुना का जलस्तर 206.87 मीटर था। इसका मतलब है कि यमुना का पानी लगातार गिर रहा है। हालांकि, आस-पास के इलाकों यमुना बाज़ार, लाल किला, राजघाट, आईटीओ और रिंग रोड पर अभी भी पानी भरा हुआ है। इधर रविवार शाम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ प्रभावितों के लिए मुआवजे Financial help for Delhi Flood का एलान किया।
प्रति परिवार 10 हजार रुपए का मुआवजा देगी दिल्ली सरकार
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए एलान किया कि आर्थिक मदद के तौर पर हर बाढ़ पीड़ित परिवार को दस हजार रुपये प्रति परिवार देंगे। जिनके काग़ज़ जैसे आधार कार्ड आदि बह गये, उनके लिए स्पेशल कैंप लगाए जायेंगे। जिन बच्चों की ड्रेस और किताबें बह गयीं, उन्हें स्कूलों की तरफ़ से ये दिलायेंगे। सीएम के एलान पर जल्द कार्यवाही शुरू होगी।
यमुना किनारे के गरीब परिवारों को मिलेगी बड़ी मदद
मालूम हो कि बाढ़ के कारण यमुना किनारे रहने वाले कई गरीब परिवारों का काफ़ी नुक़सान हुआ है। कुछ परिवारों का तो पूरे घर का सामान बह गया है। ऐसे में दिल्ली सरकार के मुआवजे से इन परिवारों को बड़ी मदद मिलेगी। बताते चले कि राजधानी के चार जिले, यानी उत्तर, दक्षिण पूर्व, उत्तर पूर्व और मध्य बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। यहां अब भी कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं।
राहत कैंप का भी सीएम ने लिया था जायजा
इससे पहले रविवार दोपहर मोरी गेट स्थित राहत कैंप का दौरा करने के बाद दिल्ली सीएम ने कहा था कि दिल्ली के जो इलाक़े बाढ़ से प्रभावित हैं वहाँ रहने वाले लोगों के लिए हमने स्कूलों में राहत शिविर लगाए हैं। मोरी गेट स्थित एक स्कूल में लगे राहत शिविर में व्यवस्थाओं को देखने मैं खुद गया। यहाँ प्रभावित लोगों के लिए रहने के साथ-साथ खाना-पानी और टॉयलेट्स का इंतज़ाम किया गया है।
दिल्ली में इस साल यमुना ने तोड़ा था 45 साल का रिकॉर्ड
जिन लोगों के इस बाढ़ में ज़रूरी काग़ज़ और बच्चों की किताबें बह गई हैं उनके लिए बाद में विशेष कैम्प लगाए जाएँगे और बच्चों के लिए किताबें और ड्रेस का फिर से इंतज़ाम किया जाएगा। बाढ़ प्रभावितों के लिए हम हर संभव मदद पहुँचा रहे हैं। मालूम हो कि दिल्ली में आई इस साल की बाढ़ ने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। अब हालांकि हालात में तेजी से सुधार है।