Saturday, September 27

चीन में युवा बेरोजगारी ने बनाया नया रिकॉर्ड, जून में बढ़कर हुई 21.3%

दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की बात करें, तो चीन (China) का नाम इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आता है। अमरीका (United States Of America) के बाद चीन की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे बड़ी है। पर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए पिछला कुछ समय कुछ खास नहीं रहा है। पिछले कुछ महीनों से चीन की अर्थव्यवस्था कड़ी मार झेल रही है। अर्थव्यवस्था पर पड़ रही मार से यह भी स्वाभाविक हो जाता है कि इसका असर देश के रोजगार पर भी पड़ता है। इऔर ऐसा हुआ भी है। चीन में अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार की वजह से देश में बेरोजगारी बढ़ी है। और बात करें युवा बेरोजगारी की, तो इस मामले में चीन में नया रिकॉर्ड बन गया है।

चीन में युवा बेरोजगारी बढ़कर हुई 21.3%
आज ही चीन की तरफ से एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में चीन में जून महीने में युवा बेरोजगारी की स्थिति बताई गई है और पिछले महीने की स्थिति भी काफी हैरान करने वाली है। चीन की रिपोर्ट के अनुसार जून महीने में फिर युवा बेरोजगारी बढ़ी है। यूँ तो चीन में पूरी रोजगार व्यवस्था पर ही असर पड़ रहा है, पर इससे सबसे ज़्यादा प्रभावित युवा ही हो रहे हैं। चीन की जारी रिपोर्ट के अनुसार जून में चीन में युवा बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़कर 21.3% हो गया है। यानी कि पिछले महीने चीन में 21.3% युवा ऐसे थे जिनके पास नौकरी नहीं है। यह एक रिकॉर्ड है और ऐसा रिकॉर्ड जो चिंतनीय है।

लगातार बढ़ रही युवा बेरोजगारी
रिपोर्ट के अनुसार चीन में अप्रैल में युवा बेरोजगारी का आंकड़ा 20.4% था और यह भी एक रिकॉर्ड था। मई में यह आंकड़ा 20.4% से बढ़कर 20.8% हो गया। जून में यह आंकड़ा बढ़कर 21.3% हो गया। यानी कि चीन में युवा बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है।

क्या है चीन में युवा बेरोजगारी बढ़ने के कारण?
चीन में युवा बेरोजगारी बढ़ने के कुछ कारण हैं। कोरोना महामारी की पिछले साल दिसंबर में आई लहर से चीन की अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा असर पड़ा था और इससे कई नौकरियाँ भी प्रभावित हुई थी। इस वजह से चीन में करोड़ों युवाओं की नौकरी चली गई थी। उसके बाद से चीन ने कोरोना की मार से तो रिकवर कर लिया है, पर कई नौकरियों पर अभी भी इसका प्रभाव है, जिस वजह से चीन में बेरोजगार युवाओं की संख्या बढ़ रही है। इनमें 16-24 साल के युवा हैं।

चीन में डोमेस्टिक डिमांड के कमजोर होने का असर भी नौकरियों पर पड़ा है। इस वजह से चीन के कई युवाओं को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा।