नईदिल्ली। नीडो की हत्या का मामला ठंडा पड़ा नहीं था कि दिल्ली में एक और शर्मसार करने वाले मामला सामने आया है। मुनिरका में पूर्वोत्तर की 14 साल की नाबालिग लड़की से रेप का मामला सामने आया है। रेप का आरोप मकान मालिक के बेटे पर लगा है। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पीडि़त के मुताबिक घटना देर रात की है। पीडि़ता मूल रूप से मणिपुर की रहने वाली है और यहां अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहती है। पुलिस ने रेप का आरोप लगाने वाली लड़की का मेडिकल कराया, जिसमें रेप की पुष्टि हुई है। एक गुमनाम दामिनी की दर्दनाक कहानी दिल्ली में बलात्कार की घटनाएं बेशुमार हो रही हैं। इस बीच, ऐसी ही घटना की शिकार हुई एक गुमनाम दामिनी की कहानी सामने आई है। यह कहानी दिल दहला देने वाली है। उस दामिनी के पिता को दो साल से इंसाफ का इंतजार है। 16 दिसंबर 2012 से कुछ महीने पहले 9 फरवरी 2012 को दिल्ली की 19 साल की एक युवती के साथ गैंगरेप हुआ था। तीन दिन बाद यह युवती हरियाणा में मृत पाई गई थी। दरिंदे पुलिस की पकड़ में हैं और कोर्ट में उनका केस चल रहा है, लेकिन कोर्ट से पीडि़ता के परिवार को अभी न्याय का इंतजार है। पीडिता के पिता ने अपनी नौकरी छोड़ दी है और वह रोजाना जंतर-मंतर पर आकर अपनी बेटी की याद में मोमबत्तियां जलाते हैं। उनकी दास्तान मेल टुडे में प्रकाशित हुई है।
गुरू गोविंद सिंह यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट थी पीडि़ता पीडित युवती बाहरी दिल्ली की रहने वाली थी। वह गुरू गोविंद सिंह यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन की स्टूडेंट थी और गुडग़ांव स्थित एक कंपनी में जॉब करती थी। 9 फरवरी 2012 की शाम वह अपने घर लौट रही थी। उसकी तीन अन्य महिला सहकर्मियों ने उससे कुतुब विहार फेज 3 स्थित उनके घर चलने को कहा। इस दौरान रास्ते में लाल रंग की इंडिका कार आई और उसमें मौजूद तीन लोगों ने उसे कार में खींच लिया और वहां से फरार हो गए। यह घटना पीडित के घर से कुछ ही दूरी पर घटी थी। अगवा करने के चार दिन बाद इस युवती का क्षत-विक्षत शव हरियाणा के रेवाडी में स्थित एक खेत में मिला था। इधर से उधर ट्रांसफर हो रहा है केसगैंगरेप का यह केस अभी फास्ट ट्रैक कोर्ट में आने के बजाए, तीन बार एक कोर्ट से दूसरी कोर्ट में ट्रांसफर हो चुका है। 13 फरवरी को इस मामले में फैसला आने की उम्मीद है। सामाजिक कार्यकर्ता अनीता गुप्ता पीडित परिवार का केस लडऩे में उनकी सहायता कर रहीं हैं। हैवानियत की हर्द कर दी थी पारलड़की को अगवा करने के बाद दरिंदे उसे सरसो के एक खेत में ले गए, जहां उन्होंने तीन दिनों तक उकसे साथ रेप किया। इस दौरान उन्होंने न केवल युवती के साथ मारपीट की, बल्कि उसे सिगरेट से भी जलाया। इन दरिंदों की हैवानियत यहां भी नहीं रूकी। उन्होंने युवती की आंखों और चेहरे पर स्क्रूड्रायवर से जख्म किए, उसके प्राइवेट पार्ट में टूटी हुई शराब की बोतल डाली, उसकी आंखों और चेहरे पर एसिड डाला और अंत में उसे मरने के लिए खेत में ही छोड़ दिया। पुलिस की उदासीनता पीडित के पिता ने कहा कि घटना के समय वे एक बीमार रिश्तेदार को देखने आगरा गए हुए थे। उनके पड़ोसी ने उन्हें सूचना दी कि उनकी बेटी को तीन लोगों ने अगवा कर लिया है। यह खबर सुनकर पीडि़ता के पिता दिल्ली आए और पुलिस को घटना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके पड़ोसियों ने पुलिस को बुलाया और उनके कार का पीछा करने को कहा, लेकिन पुलिस ने घटना को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने बताया कि सूचना देने के तीन घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पर आई थी। इसके नाराज होकर पड़ोसियों ने एक जुट होकर पुलिस पर दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन भी किया। तीन दिन बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों राहुल, विरोद और रवि को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपी पीडि़ता के ही इलाके के रहने वाले हैं और घटना के कुछ दिनों पहले ही वे तिहाड़ जेल से रिहा हुए थे। लूट के आरोप में वे तिहाड़ जेल में बंद थे।