भाजपा सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की जांच जारी है। इस बीच दिल्ली पुलिस आज उनके खिलाफ 100 पन्नों की चार्जशीट दायर करने दिल्ली की रॉउज एवन्यू अदालत और पटियाला कोर्ट पहुंची है। रॉउज एवन्यू कोर्ट में 6 बालिग महिला पहलवानों की शिकायत पर चार्जशीट पेश की। जबकि पटियाला कोर्ट मे नाबालिग की शिकायत पर दर्ज केस में दिल्ली पुलिस की ओर से चार्जशीट दाखिल की। नाबालिग मामले में बृजभूषण को क्लीन चिट मिल गई है। चार्जशीट में असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर का नाम भी है।
नाबालिग पहलवान के केस में दिल्ली पुलिस ने कैंसिलेशन रिपोर्ट में कहा, ‘जांच में यौन शोषण के कोई सबूत नहीं मिले हैं। इसलिए इस केस को बंद कर रहे हैं।’ दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने बताया कि POCSO मामले में हमने शिकायतकर्ता यानी पीड़िता के पिता और स्वयं पीड़िता के बयानों के आधार पर मामले को रद्द करने के लिए कोर्ट से अपील की है।
चार्जशीट दायर करने की आज अंतिम तिथि
बता दें कि इससे पहले बृजभूषण शरण सिंह के दिल्ली स्थित घर के आगे भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। दरअसल, यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण के खिलाफ चल रही जांच में चार्जशीट दायर करने की आज अंतिम तिथि थी। जिसके बाद ही दिल्ली पुलिस 100 पन्नों की चार्जशीट लेकर कोर्ट पहुंची है।
बृजभूषण के खिलाफ दो मामले दर्ज
बता दें कि 7 महिला पहलवानों ने दिल्ली पुलिस में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो मामले दर्ज किए थे। जिसमें पहला मामला 6 बालिग महिला पहलवानों की शिकायत पर था। जबकि दूसरा मामला नाबालिग की शिकायत पर दर्ज किया गया था। हालांकि बाद में यौन शोषण का केस दर्ज कराने वाली नाबालिग महिला पहलवान ने अपना बयान बदल लिया।
नाबालिग पहलवान ने बदला दिया बयान
दरअसल, नाबालिग महिला पहलवान ने अपने बयान में पहले बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था तो वहीं अब उसने बयान में बदलाव करते हुए कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष पर भेदभाव का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी ओर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया के नेतृत्व में तमाम पहलवान कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। यभी यौन उत्पीड़न मामले में बृजभूरूाण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
पुलिस ने 28 मई को पहलवानों को धरना स्थल से हटा दिया था
गौरतलब है कि विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत तमाम पहलवानों ने 23 अप्रैल से 28 अप्रैल तक जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया था। साथ ही पहलवानों ने 28 मई को जंतर मंतर से नई संसद तक मार्च निकाला था। यह वही दिन था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में नई संसद का उद्घाटन कर रहे थे। ऐसे में पुलिस ने मार्च की अनुमति नहीं थी। इसके बावजूद जब पहलवानों ने मार्च निकालने की कोशिश की थी, तो पुलिस के साथ हाथापाई और धक्का मुक्की हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने 28 मई को पहलवानों को धरना स्थल से हटाकर बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट पर मामला भी दर्ज किया था।