उज्जैन. धर्म नगरी में आंधी के कारण महाकाल लोक में सप्त ऋषियों की प्रतिमाएं गिरने का मामला अभी तक ठंडा नहीं पड़ा है। स्थानीय स्तर पर आरोप-प्रत्यारोप के साथ देशभर में राजनेता घटना को अपनी नजर से देख मीडिया-सोशल मीडिया पर प्रतिक्रयाएं दे रहे हैं। एक ओर जांच की मांग तेज हो रही है वहीं राजनीतिक दल हमलावर हो गए हैं। इधर शहर में मौसम के तेवर लगातार बदल रहे हैं। अच्छी बात यह है कि अभी आंधी चलने की आशंका नहीं है लेकिन गर्मी अब बढ़ेगी। इसके साथ ही शहर में मानसून आने की तिथि भी बताई जाने लगी है।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के अनुसार जिले में पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने से 4 जून तक बूंदाबांदी होती रहेगी। हालांकि इस दौरान गर्मी बढ़ सकती है। जिले में दिन का अधिकतम तापमान 38-40 डिग्री तक बना रहेगा।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि 6 जून को नया पश्चिमी विक्षोभ आएगा, लेकिन मप्र में खासकर उज्जैन और आसपास के इलाकों में इसका ज्यादा प्रभाव नहीं होगा। इस वजह से यहां केवल बादल छाए रहेंगे। बूंदाबांदी हो सकती है लेकिन यह कहना ठीक नहीं कि इसी दरमियान मानसून शुरू हो जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार उज्जैन में मानसून 22-23 जून तक ही आएगा।
वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने चर्चा में बताया कि केरल में मानसून की दस्तक 6 जून को होगी, वहीं उज्जैन-इंदौर में 23 जून तक मानसून आएगा।
वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने चर्चा में बताया कि केरल में मानसून की दस्तक 6 जून को होगी, वहीं उज्जैन-इंदौर में 23 जून तक मानसून आएगा।