13 मई को कर्नाटक में स्पष्ट बहुमत की जीत हासिल करने के छह दिन बाद 20 मई को कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है। शनिवार को कर्नाटक में कांग्रेस की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। शपथ ग्रहण समारोह बेंगलुरु के श्री कांतीरवा आउटडोर स्टेडियम में होगा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह दिन के 12.30 बजे शुरू होगा। जहां कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाएंगे। इन दोनों के अलावा कई मंत्रियों के भी शपथ लिए जाने की चर्चा है। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ विपक्षी दलों के भी कई नेता शामिल होंगे।
कांग्रेस ने 19 विपक्षी दलों को भेजा न्योता
कांग्रेस ने कर्नाटक सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए समान विचारधारा वाली 19 पार्टियों को निमंत्रण भेजा। जिसमें फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कांफ्रेंस, महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी, अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी, जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली रालोद, जनता दल-यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई-एमएल, सीपीआई-एम, सीपीआई, तृणमूल कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, शिवसेना-यूबीटी, एमडीएमके, एनसीपी, वीसीके, केरल कांग्रेस, आईयूएमएल और आरएसपी शामिल है।
आप, बसपा, बीआरएस सहित कई दलों से किनारा
कांग्रेस ने इस शपथ ग्रहण में 19 विपक्षी दलों को तो न्योता भेजा है। लेकिन आम आदमी पार्टी (आप), बहुजन समाज पार्टी (आप), भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) समेत 10 पार्टियों से किनारा किया है। पार्टी ने मायावती की बसपा को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं किया है।
मायावती बेंगलुरु में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के 2018 के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मौजूद थीं। आप और बीएसपी के अलावा कांग्रेस ने बीआरएस, तेलुगु देशम पार्टी, बीजू जनता दल, एआईएमआईएम, एआईयूडीएफ, आईएनएलडी और जेडीएस को शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया है।
224 सीटों में से 135 पर कांग्रेस ने हासिल की है जीत
कर्नाटक में कांग्रेस ने दक्षिणी राज्य की 224 सीटों में से 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा 66 सीटों पर सिमट गई थी। इस सॉलिड जीत के बाद भी कांग्रेस को सीएम चुनने में काफी समय लगाना पड़ा। यहां सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच सीएम चेयर के लिए खींचतान मची थी। हालांकि अंत में सिद्धारमैया ने बाजी मारी।