Tuesday, September 23

पाकिस्तान में सबसे तेजी से बढ़ी महंगाई, दिवालिया हुआ श्रीलंका भी छूटा पीछे

कंगाल होते पाकिस्तान के लिए मई का महीना एक बार फिर बुरी खबर लेकर आया है। पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिक्स के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान की साल-दर-साल उपभोक्ता महंगाई अप्रेल में बढ़कर अपने उच्चतम स्तर 36.42 % पर पहुंच गई। जो कि दिवालिया हो चुके देश श्रीलंका से भी ज्यादा है। आंकड़ों के अनुसार, महीने-दर-महीने मुद्रास्फीति 2.41 % रही, जबकि पिछले 10 महीनों (जुलाई से अप्रेल) के लिए औसत मुद्रास्फीति 28.23 % थी। इसमें भी खाद्य महंगाई सबसे ज्यादा 48 % बढ़ी है, जो कि वित्त वर्ष 2016 के बाद सबसे अधिक है। ब्यूरो ने 2016 से ही अलग-अलग श्रेणियों को महंगाई को दर्ज करना शुरू किया है। पड़ोसी मुल्क में इस महंगाई की मार से आमजन की जिंदगी सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। रुपए का मूल्य लगातार कम हो रहा है और वहां खाने पीने की चीजों के दाम तेजी से बढ़े हैं। महंगाई पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है। चिंता की बात ये है कि वित्त मंत्रालय ने महंगाई के कम होने के कोई संकेत नहीं दिए हैं और फिलहाल महंगाई 36 से 38 % ही बने रहने का अनुमान जताया है।