Sunday, October 19

अतीक से बड़ा माफिया बनने के लिए दिया घटना को अंजाम, हत्यारों ने उगले कई राज

प्रयागराज। अतीक और अशरफ की हत्या के तीनों आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। इस दौरान पता चला है कि तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अभी तीनों आरोपियों के बयानों पर भरोसा नहीं कर रही है। क्योंकि तीनों आरोपी बार-बार अपना बयान बदल रहे हैं। आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड क्या रहा है इस बारे में भी पुलिस जानकारी इकट्ठा कर रही है।आरोपियों में पूछताछ में बताया है कि वो तीनों अतीक से बड़ा माफिया बनना चाहते थे इसलिए अतीक की हत्या कर दी।

पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी प्रयागराज के बाहर के रहने वाले हैं। आरोपी लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, वहीं अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है। तीसरा आरोपी सनी कासगंज से है। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना यही पता बताया है, पुलिस इनके बयानों को वेरिफाई कर रही है। जांच में एक बात अफसरों को क्लियर हो रही है कि तीनों अतीक और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज आए थे।
पाकिस्तान से थे अतीक के नापाक सम्बन्ध
पुलिस के सामने हत्यारे लगातार बयान बदल रहे हैं। उनमे से एक ने पूछताछ में बताया कि ‘माफिया अतीक का सम्बन्ध नापाक पाकिस्तान से था। गैंग के लोगों ने कई निर्दोषों की हत्या की थी। दोनों भाई सिर्फ व्यक्ति को नहीं मारते थे बल्कि गवाहों को भी नहीं छोड़ते थे। ऐसे में हमने उसे मार दिया।
पुलिस खंगाल रही आपराधिक इतिहास
आरोपियों का किस तरह का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है इस बारे में पुलिस जानकारी इकट्ठा कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, पूछताछ करने वाले अधिकारी ने बताया कि आरोपियों का कहना है कि आखिर कब तक वो छोटे मोटे शूटर बने रहते। ऐसे में बड़ा माफिया बनने के लिए उन्होंने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस अभी इन तीनों के बयानों पर भरोसा नहीं कर रही है।
तीन दिन से कर रहे थे रेकी
पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी अभी भी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। जांच में ये बात तो क्लीयर है कि तीनों आरोपी अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज आए थे। ये तीनों पहले से ही अतीक और अशरफ की रेकी कर रहे थे।
फिल्मी स्टाइल में हुई हत्या
राजू पाल की हत्या में नामजद हार्डकोर अपराधी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को शनिवार रात मेडिकल के लिए लेकर जा रही पुलिस से रिक्वेस्ट कर मीडियाकर्मियों ने बातचीत शुरू ही की थी। जैसे ही गुड्डू मुस्लिम पर सवाल पूछा गया वैसे ही मीडिया के बीच में मौजूद तीन हमलावारों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। पहली गोली अतीक की कनपटी पर सटा कर मारी गयी, जिसके बाद भगदड़ मच गयी। सभी पुलिसकर्मी वहां से नदारद हो गए और बेखौफ हत्यारों ने दोनों भाइयों की इहलीला समाप्त कर दी। फिल्मी स्टाइल में हुई इस हत्या के बाद हत्यारों ने सरेंडर कर दिया।
तीन हुए मौके से गिरफ्तार
गोली मारने के बाद हत्यारे सरेंडर-सरेंडर चिल्लाने लगे। पुलिस ने पकड़ा तो जय श्रीराम के नारे लगाए। इसके बाद उन्हें पुलिस जीप में भरकर ले जाया गया। पकड़े गए हत्यारों में लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, दूसरा आरोपी सनी कासगंज जिले का रहने वाला है और तीसरा आरोपी अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है।