भोपाल। कभी राहुल गांधी के सबसे करीबियों में शामिल थे ज्योतिरादित्य सिंधिया, अब भाजपा में हैं। सिंधिया ने पहली बार राहुल गांधी पर सीधे तौर पर बड़ा हमला बोला है। सिंधिया ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने पर कहा कि यह पहली बार नहीं है कि किसी की सदस्यता रद्द की गई हो। लेकिन, इस बार इतना हंगामा क्यों बरपाया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने न्यायपालिका पर दबाव और धमकी से कार्य किया है। व्यक्तिगत कानूनी लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई के रूप में फैलाया। यह एक स्वार्थ की लड़ाई लड़ी जा रही है।
भाजपा के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) ने बुधवार को सुबह प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस और राहुल गांधी को जमकर घेरा। सिंधिया ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने अपनी व्यक्तिगत लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई बना दिया है। वे राजनीतिक रूप से खुद को प्रासंगिक रखने के लिए जो संभव हो, वो कर सकते हैं। इसकी जितनी आलोचना की जाए कम है।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री एवं भाजपा के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दुर्भाग्य से नए निचले स्तर पर गिर गई है। देश में एक माहौल बनाया जा रहा है। शहर-शहर में ट्रेनें रोकी गईं और आमजन को परेशान किया गया। क्या यह गांधीवाद का सिद्धांत है? एक व्यक्ति विशेष के लिए ऐसा क्यों हो रहा है? कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी को विशेष सत्कार दिया जा रहा है। जमानत के लिए जब सूरत गए तो नेताओं की पूरी फौज ले गए। यह अदालत पर दबाव बनाने का प्रयास नहीं है तो और क्या है?
केवल एक विचारधारा देश के विरुद्ध काम करना
ज्योतिरादित्य ने आगे कहा कि इस पार्टी ने पिछड़े लोगों का अपमान किया और सुरक्षाबलों से उनकी बहादुरी के सबूत मांगे हैं। यह पहली बार नहीं हुआ है कि किसी सांसद को अयोग्य ठहराया गया है, लेकिन राहुल गांधी के मामले में अभूतपूर्व हंगामा किया जा रहा है, यह शर्मनाक है। सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस की कोई विचारधारा ही नहीं है। इनकी केवल एक ही विचारधारा बची है और वो है देशद्रोही की विचाराधारा। ज्योतिरादित्य ने कहा कि कुछ लोग फर्स्ट क्लास नागरिक हैं और हम और आप थर्ड क्लास नागरिक।
राहुल का बयान शर्मनाक है
ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) ने कहा कि राहुल गांधी ने हैरान करने वाला बयान दिया है। वे कह रहे हैं कि मैं गांधी हूं और गांधी माफी नहीं मांगते। उनका यह बयान सबकुछ बताने के लिए काफी है और यह शर्मनाक है।
गौरतलब है कि मानहानि मामले (defamation case) में राहुल गांधी को सूरत की अदालत ने दो साल की सजा सुनाई है, इसके बाद उनकी लोकसभा से सदस्यता खत्म हो गई। इसे लेकर विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रहा है। वहीं सरकार का कहना है कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है।
खड़गे ने किया पलटवार
इधर, ज्योतिरादित्य सिधिया के बयान के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (mallikarjun kharge) ने पलटवार किया है। खड़गे ने कहा है कि कौन किस पर दबाव डाल रहा है, यहसमझना चाहिए। वहीं अधीर रंजन चौधरी नेसवाल किया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया बताएं कि उनकी मांग क्यों गलत है।