भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (rahul gandhi) पर बड़ा हमला बोला है। चौहान ने उन्हें अहंकार में डूबा हुआ और पिछड़ी जातियों का अपमान करने वाला बताया। साथ ही माफी नहीं मांगकर सबसे बड़ा अहंकारी भी बताया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को समत्व भवन में मीडिया से बात कर रहे थे। चौहान ने कहा कि राहुल गांधीजी, देश संविधान से चलता है, जुबान से नहीं। कांग्रेस की समस्या राहुल गांधी हैं। राहुल गांधी कांग्रेस के लिए राहुल नहीं, राहू बन गए हैं। इसलिए पूरे देश में तो अमृतकाल चल रहा है, कांग्रेस में राहूकाल चल रहा है। अगर राहुलजी नेहरू-गांधी परिवार से नहीं होते तो कहां होते। यह सारा देश जानता है। लेकिन, गांधी नेहरू परिवार के गुलाम नेता उनको जबरदस्ती राष्ट्रीय नेता बनाने पर तुले हुए हैं।
गांधी-नेहरू परिवार के असफल नेता हैं राहुल
चौहान ने कहा कि वास्तविकता यह है कि राहुल गांधी गांधी-नेहरू परिवार के सबसे असफल और सबसे कमजोर, गैर-जिम्मेदार, लापरवाह और अहंकारी नेता है। देश भूला नहीं होगा कि राहुल गांधी का यह अहंकार नहीं था तो क्या था। जब उन्हीं की केंद्र में सरकार थी, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह देश के बाहर थे तो राहुल गांधी ने उस अध्यादेश को फाड़कर फेंक दिया था। तब पीएम के रूप में मनमोहन सिंह की क्या हालत हुई होगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अहंकार में डूबे हुए राहुल गांधी अलग-अलग वर्गों का अपमान करते हैं। जातियों का अपमान करते हैं। राहुल गांधी जानते हैं कि पिछड़ा वर्ग उन्हें चुनौती नहीं दे सकता, तो कुछ भी बोल दो। अहंकार में आकर उन्होंने पिछड़ों को गाली दी है। गाली भी ऐसी दी है कि पूरी की पूरी जाति को चोर बता दिया, यह अहंकार नहीं है तो क्या है। उसके बावजूद भी कहते हैं कि माफी नहीं मांगेंगे। यह चोरी भी है और सीनाजोरी भी है। अब पिछड़ा वर्ग कह रहा है कि हम न कांग्रेस को माफ करेंगे, न राहुल गांधी को माफ करेंगे। अभी तो सांसदी गई है और बंगला भी गया है। कांग्रेस ने यदि पिछड़ों से टकराने की कोशिश की, तो एक दिन कांग्रेस का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।
केसरी का सामान फिकवा दिया था
चौहान ने कांग्रेस के जमाने में अपमान के एक नहीं कई उदाहरण हैं। राजीव गांधी के समय शहबानो प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को किस तरह पलटा गया, पूरा देश जानता है। कांग्रेस के अध्यक्ष रहे सीताराम केसरी के साथ कैसा व्यवहार किया, उनका सामान तो सड़कों पर फिकवा दिया था। ऐसे में हम राहुल गांधी से यह उम्मीद भी नहीं कर सकते कि वे पिछड़े समाज का और पिछड़े लोगों का सम्मान करेंगे।
शिवराज ने किए कई प्रश्न
चौहान ने कांग्रेस से कई प्रश्न भी किए। चौहान ने पूछा है कि न बाहर माफी मांग रहे हैं न कोर्ट के भीतर माफी मांग रहे हैं, न सदन में माफी मांग रहे हैं। सजा कोर्ट ने दी है तो इसमें भी षड्यंत्र बता रहे हैं। लोकतंत्र की हत्या बता रहे हैं। यह कांग्रेसी ही है जो यह कह रहे हैं कि गांधी परिवार के लिए तो अलग ही कानून होना चाहिए। राहुल गांधी के लिए सत्याग्रह करने वाली कांग्रेस ओबीसी के अपमान वाले बयान को समर्थन क्यों दे रही है?
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस बताएं और सोनिया गांधी बताएं कि न्यायालय ने राहुल गांधी की किस मामले में सजा दी। क्या कांग्रेस उसे उचित मानती है या उससे सहमत है। कांग्रेस बताएं कि किस नियम और कानून के तहत उन्हें संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया है। क्या यह नियम और कानून सभी जनप्रतिनिधियों के लिए बना है या सिर्फ राहुल गांधी के लिए बना है?
क्या राहुल के लिए अलग कानून हो?
चौहान ने कहा कि लोकसभा द्वारा राहुल गांधी को बंगला खाली करने का नोटिस दिया है। कांग्रेस बताए कि क्या यह राहुल गांधी के लिए हुआ है। सहानुभूति बटोरने की कोशिश हो रही है। आम जनता के लिए अलग, जनप्रतिनिधियों के लिए अलग कानून और राहुल गांधी के लिए अलग कानून। क्या यह होना चाहिए?
क्या कांग्रेस राहुल के बयानों से सहमत है?
चौहान ने कहा कि सेना और सर्जीकल स्ट्राइक पर वो सबूत मांगते हैं। पंजाब के सीएम को नशेड़ी कहते हैं। कहते हैं यूपी-बिहार के लोग भीख मांगते हैं। युवा छेड़खानी के लिए मंदिर जाते है। क्या इन बयानों से कांग्रेस सहमत है। यह देश पूछ रहा है जनता पूछ रही है। राहुल गांधी ने देश की संसद का अपमान किया। लोकतंत्र का मजाक उड़ाया। क्या कांग्रेस इसे उचित मांगती है?
चौहान ने कहा कि अभी तक राहुल गांधी पर सात मामले चल रहे हैं, जिन पर वे जमानत पर हैं। क्या ऐसे नेता को जिम्मेदार कहा जा सकता है। क्या ऐसे नेता को गंभीर कहा जा सकता है। सच तो यह है कि सारे भ्रष्ट नेता इस समय बौखलाए हुए हैं।
जो गलत करेगा सजा पाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद किसी ने कानून के खिलाफ काम किया, गलत किया तो क्या नेता होने के कारण उसे विशेषाधिकार मिल जाए, उस पर कोई कार्रवाई नहीं होना चाहिए क्या? कानून सबके लिए है। कोई गड़बड़ करेगा, वो सजा पाएगा। मैं फिर कह रहा हूं कि राहुल गांधी जी ने पिछड़े वर्ग का अपमान किया है, माफी तो वो मांगे। और, कांग्रेस के सत्याग्रह के हाल यह है कि कहीं लोग ही नहीं मिल रहे हैं। अब मध्यप्रदेश में तो उनके आंदोलन से कमलनाथ ही गायब हो जाते हैं, सबके सब त्याग रहे हैं।
चौहान ने गेहूं खरीद के सवाल पर कहा कि गेहूं खरीद को लेकर किसान परेशान नहीं होंगे, एक एक दाना खरीदा जाएगा। पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है और हमने यह फैसला लिया है कि थोड़ी देरी के कारण (ओला-पानी) किसानों को जो खरीफ की फसल का ऋण चुकाने के लिए समय दिया गया है।