मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 24 मई को कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है निष्पक्ष चुनाव करवाना हमारी प्राथमिकता है। 224 विधानसभा सीटें हैं। राज्य में करीब 17 हजार वोटर्स ऐसे हैं जिनकी उम्र 100 साल के पार जा चुकी है। आयोग का अच्छा फैसला ये है कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और दिव्यांगों के लिए घर से मतदान की सुविधा शुरू की है। कर्नाटक में एक चरण में 10 मई को मतदान होगा। राज्य की 224 विधानसभा सीटों के के परिणाम 13 मई को जारी किया जाएगा। भारत जनता पार्टी दक्षिण भारत में अपने एकलौते किले को बचाए रखने की जद्दोजहद में जुटी है तो कांग्रेस मिशन साउथ के तहत कर्नाटक की सत्ता में वापसी करना चाहती है।
9.17 लाख नए वोटर्स डालेंगे वोट
चुनाव आयोग ने कहा है कि कर्नाटक में 5.22 करोड़ कुल मतदाता हैं। 80 साल के अधिक उम्र के वोटर्स को पहली बार घर से वोट करने की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में 9.17 लाख नए वोटर्स हैं जो पहली बार मतदान करेंगे। 24 मई से पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी
बन सकता है त्रिकोणीय मुकाबला
बता दें कि 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को खत्म होने जा रहा है। बीजेपी सत्ता में बने रहने की कोशिश में जुटी हुई है, वहीं, कांग्रेस बड़ी चुनौती पेश कर रही है। जेडीएस एक बार फिर से किंगमेकर बनने के लिए हाथ-पैर मार रही है। माना जा रहा है कि जेडीएस की मौजूदगी दक्षिण भारतीय राज्य के सियासी मुकाबले को त्रिकोणीय बना सकती है।
कांग्रेस ने जारी की थी 124 उम्मीदवारों की पहली सूची
बीते दिनों कांग्रेस ने 124 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी थी। कांग्रेस ने 69 में से 60 विधायकों टिकट दिया है। दिल्ली और पंजाब के बाद कर्नाटक में एंट्री की कोशिशों में जुटी आम आदमी पार्टी भी पूरी तैयारी में है। आप ने भी 80 नामों के साथ उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है
पिछली बार बीजेपी को मिली थी 104 सीटें
आपको बता दें कि कर्नाटक में साल 2018 के विधानसभा चुनाव में 224 सीटों में से कांग्रेस को 38.14 वोट प्रतिशत के साथ 80 सीटें हासिल की थी। बीजेपी को 36.35 वोट शेयर के साथ 104 सीटें जीती थी। पिछले चुनाव में जनता दल सेकुलर के खाते में 18.3 फीसदी वोट शेयर के साथ 37 सीटें आई थीं।