विदिशा। ओला प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का दायरा अभी और बढ़ सकता है। कलेक्टर ने अधिकारियों को 3 दिन में सर्वे कार्य पूरा कर जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। बुधवार शाम तक सर्वे कार्य में लगे अधिकारी जिला प्रशासन को अपनी रिपोर्ट सौंप देंगे। इस रिपोर्ट के बाद ही प्रभावित गांवों की संख्या और नुकसान का सही आकलन किया जा सकेगा। ओलों और बेमौसम बारिश की मार से विदिशा के शरबती गेहूं की चमक फीकी पड़ गई है।
गौरतलब है कि जिले में 14 और 15 मार्च को हुई ओलावृष्टि के बाद प्रशासन द्वारा किए गए सतही आकलन में करीब 72 गांवों की फसलों को नुकसान होना बताया जा रहा है। इनमें 50 गांवों में 50 से 100 फीसदी तक नुकसान का आकलन और शेष 22 गांवों में 50 फीसदी से कम नुकसान बताया जा रहा है। इनमें विदिशा ब्लाक के 6, सिरोंज के 15, शमशाबाद और नटेरन के 19, ग्यारसपुर के 16 और लटेरी के 16 गांव शामिल हैं। सर्वे के लिए कृषि और राजस्व विभाग की संयुक्त टीमें गठित की गई हैं।
इन टीमों को बुधवार शाम तक अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपना है। इसमें मौके पर जाकर नुकसान का पंचनामा बनाने के साथ उसमें संबंधित किसान, पंचायत के सचिव और सरपंच के भी हस्ताक्षर करवाने के निर्देश दिए गए हैं। अभी तक प्रभावित गांवों में मुख्यमंत्री, सांसद और राजस्व मंत्री के दौरे नहीं हुए हैं।
कलेक्टर, एसडीएम तहसीलदारों के साथ संबंधित क्षेत्र के विधायक जरूर नुकसान का जायजा लेने खेतों में पहुंच रहे हैं।