विदिशा। ग्राम पंचायत करैयाहाट में पंचायत सविच और उसके पोस्टमेन भाई ने मिलकर छह लोगों की मृत्यु के बाद भी पेंशन जारी रखते हुए उसक उपयोग करने का आरोप लगा है। वहीं एक वृद्धा की पेंशन का तीन सालों से उपयोग कर रहे हैं। जिसकी शिकायत कलेक्टर से की गई। केंद्र और राज्य सरकार आम आदमी के उत्थान और विकास के लिए कई योजनाएं लाती है, लेकिन उसे क्रियान्वित करने वाले अधिकारी कर्मचारी बीच में अपने निजी स्वार्थ के लिए योजना को पलीता लगा देते हैं। ताजा मामला विदिशा जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत करैयाहाट में देखने को मिला है। जहां इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निशक्तजन पेंशन धारी छह सदस्यों की मृत्यु के बाद भी उनके खातों में पेंशन पहुंचाई जा रही है। जिसे पंचायत के सचिव संतोष सिंह बघेल और खामखेड़ा क्षेत्र के पोस्टमेन और संतोष के बड़े भाई किशन सिंह बघेल ने मिलकर मृतकों की पेंशन लगातार निकाल रहे हैं। यह आरोप इसी गांव में रहने वाले भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष रणवीर सिंह बघेल ने लगाए हैं।
उन्होंने लिखित तौर पर कलेक्टर एमबी ओझा, जिपं सीईओ एसबी सिंह और जनपद सीईओ बघेल ने बताया कि ग्राम पंचायत करैयाहाट में रहने वाले 63 बुजुर्ग और अन्य पेंशनधारियों को विभिन्न प्रकार की पेंशन मिलती हैं। जिनमें से पांच लोगों की मृत्यु के बावजूद उनकी पेंशन जनपद द्वारा लगातार भेजी जाती रही है। जिसका उपयोग पंचायत के सचिव संतोष बघेल और उनके बड़े भाई पोस्टमेन किशन सिंह बघेल मिलकर कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि छह में से पांच लोगों की मृत्यु पिछले साल अलग-अलग समय में हुई है, लेकिन उनकी पेंशन दिसंबर माह तक जारी ही है। इस मामले में शमशाबाद विधायक सूर्यप्रकाश मीणा से भी शिकायत की थी। उन्होंने कलेक्टर से मामले को गंभीरता से लेेकर कार्रवाई करने की बात कही है।