विदिशा। नपा परिषद की प्राथमिकता सड़कों का निर्माण है। इसके तहत पिछले चार माह पूर्व हुई परिषद की पहली बैठक में शहर की बदहाल सड़कों पर ध्यान दिया और प्रस्ताव भी पास किए। दो माह पूर्व सड़कों के निर्माण कार्य के लिए लगातार भूमिपूजन किए गए। इससे उम्मीद बंधी थी कि शहर में वर्षों से खस्ताहाल सड़कों की दशा सुधर सकेगी, लेकिन जिस तेजी से भूमिपूजन हुए उस रफ्तार में सड़कों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा और लोगों ठगे से महसूस कर रहे हैं। हालांकि नपा सीएमओ का कहना है कि कार्य शीघ्रता से शुरू होंगे और बारिश से पहले शहर की सभी सड़कें बन जाएंगी।मालूम हो कि पिछली परिषद में भी शहर की कई सड़कों का निर्माण कार्य नहीं हो पाया था जो बनी भी तो वे बारिश की भेंट चढ़ गई। इससे लगातार कई सालों से लोग जर्जर, ऊबड़खाबड़ सड़कों से जूझ रहे हैं। वार्डों के रहवासियों का कहना है कि खराब सइकों के कारण वाहनों में टूटफूट भी बढ़ रही। वाहन फिसल रहे गिर रहे, शारीरिक तकलीफ के साथ ही इन खराब सड़कों के कारण मानसिक तनाव बढ़ने की बात भी रहवासी कह रहे हैं।
यहां धूल से बचने दुकानों में लगाना पड़ रही पन्नी
यहां डंडापुरा सिंधी कॉलोनी की सड़क करीब 7 वर्ष से नहीं बनी है। यह क्षेत्र घनी आबादी वाला और यह मार्ग आगे निकलकर अशोक नगर, बासौदा मार्ग से भी जुड़ता है, लेकिन सड़क की हालत बदहाल है। इस मार्ग पर वाहनों के आवागमन के दौरान अधिक धूल उड़ने के कारण कई दुकानदारों को दुकानों के आगे पन्नी लगाना पड़ रही है। इलेिक्ट्रकल्स व्यवसायी सुशील सोनी का कहना है कि बहुत अधिक धूल दुकान में आती है। इससे स्वास्थ्य भी असर पड़ रहा वहीं हर दिन दुकान की सफाई में बहुत अधिक समय लगता है। क्षेत्र के रहवासियों ने बताया कि पिछली परिषद में भी यह सड़क नहीं बन पाई थी और इस परिषद में भूमि पूजन तो हुआ पर अभी कार्य शुरू नहीं हुआ है।
घर के दरवाजे हमेशा रखने पड़ते बंद
इधर खरीफाटक आरओबी से अनाज मंडी की ओर जाने वाली लड्ढा एजेंसी वाली सड़क किनारे के रहवासियों को सड़क की खराब हालत एवं वाहनों की अधिक आवाजाही के कारण बच्चे घर से बाहर न निकल जाएं इसलिए अपने घरों के दरवाजे हमेशा बंद रखना पड़ रहे हैं। इस क्षेत्र के रहवासी हितेंद्र रघुवंशी का कहना है कि यह सड़क करीब 15 वर्ष से सिर्फ पेंच वर्क के भरोसे है। सड़क दुरुस्त नहीं होने से आवागमन में परेशानी और धूल की समस्या हमेशा बनी रहती है।
62 सड़कें हैं प्रस्तावित, दो-तीन ही बन पाई
नगरपालिका द्वारा शहर के विभिन्न वार्डों की 62 सड़काें के निर्माण व डामरीकरण के कार्य प्रस्तावित किए हैं, लेकिन इन छह माह में दो सड़कों पर डामरीकरण एवं एक -दो सीसी सड़कें ही बन पाई है। सड़कों के निर्माण में देरी को लेकर यह माना जा रहा कि परिषद की पहली बैठक अक्टूबर माह में हुई प्रस्ताव पास हुए। संकल्प बने इसके बाद इंजीनियरों के तबादले हो गए। ईई के तबादले के कारण तकनीकी स्वीकृति का कार्य रुका रहा। तकनीकी स्वीकृति के बाद टैंडर और अब वर्क आर्डर होना है। इसके बाद कार्य शीघ्रता से शुरू हो सकेंगे।
वर्जन
सड़कों का कार्य शीघ्रता से शुरू किए जाएंगे। ईदगाह से नीमताल डामरीकरण का रुका कार्य भी एक-दो दिन में शुरू हो जाएगा। कायाकल्प के तहत 3 करोड़ की राशि भी जारी हो गई है। बारिश से पहले शहर की सभी सड़कों का कार्य पूरा हो जाएगा।
-सीपी राय, सीएमओ, नपा