भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अगले पांच सालों में प्रदेश का हर गावं सड़क से जुड़ जाएगा। चौहान यहां मप्र सड़क विकास निगम के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण कर रहे थे। भवन का निर्माण राजधानी के अरेरा हिल्स क्षेत्र में 2017 वर्ग मीटर में ग्रीन बिल्डिंग की अवधारणा पर किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सड़कें बनाकर सड़क विकास निगम ने प्रदेश का मान बढ़ाया है और देश में ख्याति हांसिल की है। उन्होंने प्रशासनिक भवन में स्थापित होने वाले देश के पहले सड़क दुर्घटना रिस्पांस सिस्टम और यातायात प्रबंधन प्रणाली का भी अवलोकन किया। जल्दी ही यह व्यवस्था सुचारू रूप से काम करना शुरू कर देगी। यहां से प्रदेश की 20 हजार किलोमीटर सड़कों पर निगरानी रखी जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दशक पहले मप्र सड़कों के मामले में सबसे पिछड़ा राज्य था। आज देश में सबसे आगे हैं। उन्होंने निगम के प्रयासों के लिए सभी संबंधित स्टाफको बधाई दी। सड़कों को विकास और समृद्धि की धमनियां बताते हुए चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री गांव तक सड़कें पहुंचने से ग्रामीण जनसंख्या का शहरों की ओर हो रहे पलायन पर नयंत्रण हुआ है। उन्होंने कहा कि निगम में अपनी प्रबंधन सूझबूझ से यह उपलब्धि हांसिल की है। उन्होंने सड़क निर्माण के साथ-साथ आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए सड़कों की गुणवत्ता पर निगरानी रखने की भी जरूरत बताई। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक भवन के निर्माण से जुड़े इंजिनियरिंग स्टाफ को अभिनंदन पत्र देकर सम्मान किया। ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि प्रशासनिक भवन प्रदेश के तेज गति से हो रहे विकास का संकेतक है। उन्होंने कहा कि किसी समय सड़कों की खराब स्थिति से मध्यप्रदेश ने अप्रसिद्धि के दिन देखे। आज गुणवत्तापूर्ण सड़कों से प्रसिद्धि पा रहा है।
सड़क विकास निगम की कार्य क्षमता पर भारत सरकार ने भी भरोसा किया है। लोक निर्माण मंत्री एवं निगम के उपाध्यक्ष सरताज सिंह ने कहा कि मप्र ने पिछले एक दशक में सड़क, बिजली और पानी के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धियां हांसिल की हैं। अब पूरे देश में मप्र की गुणवत्ता पूर्ण सड़कों की चर्चा हो रही है। अगले पांच वर्षो में मप्र सड़क निर्माण के क्षेत्र में पहले नंबर का प्रदेश होगा।