Sunday, September 28

गड़बड़ी करने वाले एक दर्जन अफसरों के खिलाफ होगी कार्रवाई

भोपाल। शासकीय सेवा में रहते हुए गड़बड़ी करने वाले अफसरों के खिलाफ थोकबंद कार्रवाई की गई है। ऐसे एक दर्जन अफसरों की या तो पेंशन रोकी गई है या फिर गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ जांच की मंजूरी दी गई है। कैबिनेट में इस संबंध में लाए गए प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है।
निर्णय के तहत प्रभा चौधरी, स्रवानिवृत्त उप सचिव को विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर उनकी 10 प्रतिशत पेंशन राशि स्थायी रूप से वापस ली जाएगी। एकेएस गौर सेवानिवृत्त एसडीओ मुंगावली जिला अशोकनगर के खिलाफ विभागीय जांच होगी। वहीं यूके आर्य, तत्कालीन जिला सेनानी, देवास होमगार्ड की 10 प्रतिशत पेंशन पांच वर्ष तक वापिस लेने, प्रेमांशु विश्वास सेवानिवृत्त उप पुलिस अधीक्षक विशेष सशस्त्र बल की 10 प्रतिशत पेंशन दो वर्ष के लिए रोकने का निर्णय लिया गया है। इसी तहत एसएस तोमर, सेवानिवृत्त उप संचालक स्थानीय निधि संपरीक्षा की 3 प्रतिशत पेंशन रोकी जाएगी। आरआर चौबे, सेवानिवृत्त सहायक संचालक स्थानीय निधि संपरीक्षा विदिशा की 25 प्रतिशत पेेंशन रोकी जाएगी। अवधेश कुमार वर्मा तत्कालीन कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण संभाग से उनके कृत्य से शासन को हुई आर्थिक हानि रूपए 1 लाख 72 हजार 733 की वसूली उनके स्वत्वों से की जाएगी। साथ ही उनकी पेंशन में से 10 प्रतिशत राशि दो वर्ष के लिए वापस ली जाएगी। पीडी वर्मा सेवानिवृत्त तत्कालीन कार्यपालन यंत्री लोक निर्मण संभाग डिंडोरी द्वारा की गई वित्तीय अनियमितताओं के लिए विभागीय जांच करने का निर्णय लिया गया। कैबिनेट ने आरएल ढींगरा सेवानिवृत्त कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग की पेंशन से 5 प्रतिशत राशि एक वर्ष के लिए रोकने का निर्णय लिया।