Thursday, September 25

हरियाणा में किसान फिर सड़कों पर, गन्ने की कीमत बढ़ाने की मांग, कई शुगर मिलों में जड़ा ताला

हरियाणा में किसान फिर सड़कों पर है। गन्ने की कीमत बढ़ाए जाने की मांग पर किसान सरकार से आर-पार की लड़ाई के मुड में दिख रहे हैं। किसानों ने शुगर मिलों को गन्ना देना बंद कर दिया है। राज्य की कई शुगर मिलों को किसानों ने बंद कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन का दावा है कि गन्ने की कीमत बढ़ाने जाने के मांग पर किसानों ने राज्य के सभी चीनी मिलों को लॉक कर दिया है। किसान नेता गुरनाम सिंह चांदनी ने कहा कि हमारी मांग है कि गन्ने की कीमत में 450 रुपए प्रति क्विंटल बढाई जाए। लेकिन सरकार कीमत बढ़ाने को लेकर तैयार नहीं है। ऐसे में राज्य के किसानों ने मिलों को गन्ना देना बंद कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि अगर सरकार 22 जनवरी तक चीनी की कीमतों में वृद्धि नहीं करती है, तो हम अगले दिन कुरुक्षेत्र में एक राज्य स्तरीय बैठक करेंगे, जिसमें आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

अंबाला के नारायणगढ़ में शुगर मिल कराया बंद
हरियाणा के अंबाला जिले में नारायणगढ़ में भी किसानों ने शुगर मिल बंद करा दिया है। यहां भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान मलकीत सिंह की अगुवाई में किसान धरने पर बैठ गए हैं। सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। BKU ने अपील की है कि कोई भी किसान शुगर मिलों पर गन्ने की फसल लेकर न पहुंचे।


450 रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग

गन्ने की मुल्यवृद्धि की मांग कर रहे किसानों का कहना है कि पंजाब की तुलना में हरियाणा में गन्ना के दाम काफी कम हैं। ऐसे में किसानों की लागत भी नहीं निकल रही है। वे हरियाणा में 450 रुपए प्रति क्विंटल गन्ने का रेट करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में हरियाणा की तुलना में 20 रुपए अधिक दाम है।

पिछले 8 साल में मात्र 52 रुपए बढ़ी कीमत
अंबाला में धरने पर बैठे किसान यूनियन के जिला प्रधान मलकीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में गन्ने के दाम 193 रुपए बढ़े थे। कांग्रेस की सरकार में उस वक्त गन्ने के दाम 117 से 310 रुपए तक पहुंच गए थे, लेकिन BJP सरकार ने पिछले 8 सालों में मात्र 52 रुपए की बढ़ोतरी की है। जबकि महंगाई सालाना 7 फीसदी से अधिक बढ़ रही है।

हरियाणा से अधिक पंजाब सरकार दे रही गन्ने की कीमत
बताते चले कि शुरू से हरियाणा पड़ोसी राज्यों की तुलना में गन्ने के लिए अधिक कीमत देता रहा है। लेकिन इस साल पंजाब हरियाणा के 362 रुपये प्रति क्विंटल के मुकाबले 380 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीद रहा है। पिछली सीजन में भी हरियाणा की मिलों ने गन्ने के लिए समान दरों की पेशकश की थी, जबकि किसान इस बार बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे थे।