
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के बीच बेलगाम बॉर्डर पर एक कन्नड़ संगठन के उग्र प्रदर्शन से स्थिती तनावपूर्ण हो गई है। आरोप है कि कन्नड़ रक्षण वेदिका (Karnataka Rakshana Vedike) संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिरेबागवाडी टोल बूथ (Hire Bagewadi) पर महाराष्ट्र के ट्रकों पर पथराव किया। इस घटना से महाराष्ट्र के राजनीतिक दलों में गुस्से की लहर दौड़ पड़ी है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कर्नाटक सरकार और केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया है। बेलगाम में हुए उपद्रव पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने कहा “मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई से बात करने के बावजूद, उन्होंने इस मुद्दे पर कोई नरमी नहीं दिखाई है… किसी को भी हमारे (महाराष्ट्र) धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए और यह मसला गलत दिशा में नहीं जाना चाहिए।”
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे पर एनसीपी प्रमुख ने आगे कहा “सीएम शिंदे को कोई भी फैसला लेने से पहले सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेना चाहिए… संसद सत्र शुरू होने वाला है, मैं सभी सांसदों से अनुरोध करता हूं कि वे एक साथ आएं और इस मामले पर स्टैंड लें।“
उन्होंने कहा “अगले 24 घंटों में अगर मराठी भाषी लोगों पर हमला और उन्हें परेशान करना बंद नहीं किया जाता है तो स्थिति और बिगड़ सकती है।“ शरद पवार ने चेतावनी दी है कि अगर महाराष्ट्र की जनता का सब्र का बांध टूटा तो इसके लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार और कर्नाटक सरकार जिम्मेदार होगी।
फडणवीस ने बोम्मई से की बात
बीजेपी के वरिष्ठ नेता व महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बेलगाम के पास हिरेबागवाडी में हुई घटना पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से बात की और इस पर नाराजगी व्यक्त की। सीएम बोम्मई ने फडणवीस को आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और महाराष्ट्र से आने वाले वाहनों की सुरक्षा की जाएगी। कर्नाटक पुलिस ने कन्नड़ रक्षण वेदिका के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। वहीँ, दोनों राज्यों की सीमाओं पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
