Monday, November 10

तेलंगाना में BJP को बड़ा झटका, वोटरों में पैसा, मांस और शराब बांटने का आरोप लगा वरिष्ठ नेता दासोजू श्रवण ने दिया इस्तीफा

करीब तीन महीने पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए तेलंगाना के वरिष्ठ नेता दासोजू श्रवण ने आज बीजेपी को इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे के साथ-साथ उन्होंने आरोप लगाए कि मुनुगोड़े विधानसभा उपचुनाव में जीत के लिए भाजपा वोटरों में पैसा, मांस और शराब बांट रही है।

तेलंगाना के मुनुगोड़े विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर पार्टी में शामिल हुए वरिष्ठ नेता दासोजू श्रवण ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। दासोजू श्रवण ने इस्तीफा देते हुए पार्टी पर सनीसनीखेज आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी मुनुगोड़े उपचुनाव में जीत के लिए वोटरों में पैसा, मांस और शराब बांट रही है।

भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष बांदी संजय कुमार को लिखे पत्र में श्रवण ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के अपने फैसले से अवगत कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा मुनुगोड़े विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के बीच पैसा, मांस और शराब बांट रही है, जहां तीन नवंबर को उपचुनाव होना है। श्रवण ने लिखा कि वह बहुत उम्मीद के साथ भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन पार्टी की दिशाहीन राजनीति से निराश थे।

समाज के कमजोर वर्ग से आने वालों के लिए बीजेपी में जगह नहींः श्रवण

मालूम हो कि दासोजू श्रवण ने हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा था। तीन महीने से भी कम समय पहले ही वो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण के अब तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में शामिल होने की संभावना है।

दासोजू श्रवण ने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को नजरंदाज कर पैसा बांट रही है, ठेकेदारों को प्रोत्साहित कर रही है और निवेश की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे में मेरे जैसे नेता और समाज के कमजोर वर्ग से आने वालों के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है।

पांच अगस्त को कांग्रेस छोड़ भाजपा से जुड़े थे श्रवण

5 अगस्त को श्रवण ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में पार्टी पर अव्यवस्था का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था कि वह संगठन में गुलाम की तरह रहने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने 2014 में कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के अपने फैसले का याद करते हुए कहा कि वह तेलंगाना राज्य का निर्माण करने के लिए सोनिया गांधी का आभार प्रकट करने को पार्टी में शामिल हुए थे। बाद में वो कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता भी बने।